डायरेक्टर संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत को मानो जैसे ग्रहण ही लग चूका है। फिल्म को आए दिन एक नई कंट्रोवर्सी का सामना करना पड़ रहा है। दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह और शाहिद कपूर स्टारर यह फिल्म 180 करोड़ के भारी भरकम बजट पर बनी है। गौर करने वाली बात है कि फिल्म को राजस्थान, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और हरियाणा ने अपने यहां बैनकर दिया है। जबकि ये सभी 6 राज्य भाजपा शासित राज्य हैं। अब जाहिर है कि, इस फिल्म को काफी नुकसान उठाना पड़ेगा। पद्मावत विवादों में इतनी ज्यादा घिर चुकी है कि दर्शक भी फिल्म देखने से हिचक रहे हैं। फिल्म को लेकर काफी हिंसात्मक गतिविधियां भी हो चुकी हैं। हाल ही में करणी सेना ने स्कूल में भी तोड़फोड़ मचाई थी।
ताजा खबर है कि, हरियाणा सरकार ने भी फिल्म पद्मावत की बैन करने का निर्देश दिया है। संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत रिलीज तो हो रही है लेकिन कई राज्यों में बैन होने की वजह से फिल्म को भारी नुकसान पहुंचने वाला है। ट्रेड पंडितों की मानें तो फिल्म को लगभग 25 प्रतिशत नुकसान होने वाला है। सामान्यतः किसी भी हिंदी के बॉक्स ऑफिस में राजस्थान का योगदान 5-6% होता है.. वहीं, गुजरात का 10-11%, और मध्य प्रदेश का 4-5%.. अब जबकि पद्मावत राजस्थान से जुड़ी कहानी पर आधारित है.. लिहाजा, वहां से कलेक्शन बढ़ने की भी उम्मीद थी। फिल्म की कमाई का लगभग 25 प्रतिशत हिस्सा इन राज्यों से आता। ओपनिंग पर ही फिल्म को 40 प्रतिशत तक नुकसान हो सकता है। क्योंकि देशभर में कई बड़े राज्यों में फिल्म रिलीज नहीं की जाएगी। बाद में फिल्म को पॉजिटिव वर्ड ऑफ माउथ का फायदा मिल सकता है। खबरों की मानें तो कई राज्यों में बैन होने की वजह से फिल्म को 100 करोड़ तक का नुकसान सहना पड़ सकता है।
बता दे कि, संजय लीला भंसाली ने सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट मिलने के बाद फिल्म को 25 जनवरी को रिलीज करने का फैसला लिया । जबकि भंसाली ने फिल्म का नाम भी ‘पद्मावती’ से बदलकर ‘पद्मावत’ कर दिया है। खबरों की मानें तो फिल्म में काफी कट्स भी लगे हैं। इसके साथ ही फिल्म से पहले एक बड़ा सा डिस्क्लेमर भी जारी किया गया है। इतना सब करने के बावजूद फिल्म पर संकटों का साया बरकरार है। फिल्म 1 दिसंबर को रिलीज होनी थी लेकिन राजपूत करणी सेना ने देशभर में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। संजय लीला भंसाली और दीपिका पादुकोण का सिर कलम कर लाने वाले पर ईनाम भी रखा गया था। आक्रामक विरोध प्रदर्शन और सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट न मिलने के कारण फिल्म 1 दिसंबर को रिलीज नहीं हो पाई थी।कई सारे कट्स, पद्मावती से पद्मावत और सेंसर बोर्ड की हरी झंडी मिलने के बावजूद भी फिल्म को ६ राज्यों में बैन किया है। अब मेकर्स के पास सुप्रीम कोर्ट के अलावा कोई विकल्प ही नहीं बचा। मेकर्स ने कहा है कि सेंसर बोर्ड से रिलीज की अनुमति मिलने के बाद इस फिल्म को बैन कैसे किया जा सकता है। इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने जल्द सुनवाई का भरोसा दिया है। अब बस सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतज़ार है। खैर दीपिका- रणवीर और संजय लीला भंसाली इस जोड़ी ने रामलीला और बाजीराव मस्तानी जैसी सुपरहिट फिल्में दी हैं। जाहिर है पद्मावत से भी ऐसी ही उम्मीदें हैं। आप पद्मावत को देखना पसंद करेंगे के नहीं यह बताइये।