कंट्रोवर्सी से घिरी हुई फिल्म पद्मावती के रिलीज को शुभ मुहूर्त ही नहीं मिल रहा है । देखा जाए तो इस फिल्म के लिए दीपिका और रणवीर के फैंस को लंबा इंतज़ार करना पड़ेगा। दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह और शाहिद कपूर स्टारर यह फिल्म पहले 1 दिसंबर को रिलीज होने वाली थी, लेकिन भारी विवाद के बाद इसकी रिलीज टाल दी गई। दिलचस्प बात ये है कि केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) ने अब तक फिल्म को रिलीज के लिए सर्टिफिकेट नहीं दिया है। हालांकि, फिल्म को लेकर कई तरह की खबरे आ रही है। सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ (सेवानिवृत्त) ने राज्यसभा में इस बाबत जानकारी दी। दीपिका पादुकोण, शाहिद कपूर और रणवीर सिंह जैसे सितारों से सजी इस ऐतिहासिक फिल्म के रिलीज होने का फैन्स बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं ।
राठौड़ ने बताया कि यदि फिल्म में दर्शाए गए विषयों पर विशेषज्ञों की राय अपेक्षित होगी तो सीबीएफसी के अध्यक्ष अतिरिक्त समय सीमा के संबंध में निर्णय करेंगे। बता दें कि यह मौका नहीं था जब सेंसर बोर्ड ने ‘पद्मावती’ को बिना पास किए वापस लौटा दिया, बल्कि इससे पहले भी ऐसा ही हो चुका है। गौरतलब है कि फैंस इस फिल्म की रिलीज का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर फिलहाल इसकी कोई रिलीज डेट फाइनल नहीं हो पाई है।
उन्होंने बताया कि, ‘पद्मावती’ के 3डी वर्जन का सर्टिफिकेट संबंधी आवेदन 28 नवंबर 2017 को सीबीएफसी के सामने आया है। यह फिल्म ‘चलचित्र अधिनियम 1952’, ‘चलचित्र (प्रमाणन) नियमावली 1983’ और उसके अंतर्गत बनाए गए दिशानिर्देशों के अनुसार प्रमाणन की प्रक्रिया से गुजरेगी। चलचित्र (प्रमाणन) नियमावली, 1983 के नियम 41 के तहत प्रमाणन प्रक्रिया के लिए 68 दिन की समय सीमा तय की गई है। जबकि मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, समेत कई राज्यों ने इस फिल्म को बैन कर दिया है। राजपूत करणी सेना और दूसरे क्षत्रिय संगठन फिल्म का लगातार विरोध कर रहे हैं। आरोप है कि फिल्म में रानी पद्मावती की छवि को गलत तरीके से पेश किया गया है।