संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ की रिलीज को लेकर चल रहे गतिरोध के खत्म होने का रास्ता साफ हो गया है। खबर आ रही है कि विवादों में फंसी संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ को रिलीज करने के लिए सेंसर बोर्ड ने क्लीयरेंस सर्टिफिकेट देने का कार्रवाई शुरू कर दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बोर्ड ने इसके साथ ही इस फिल्म के बारे में कुछ सुझाव भी दिए हैं। सेंसर बोर्ड ने फिल्म को हरी झंडी देने के लिए कुछ शर्तें रखी हैं। इनमें सबसे पहली शर्त यह है कि फिल्म का नाम बदला जाए और इसे ‘पद्मावती’ की जगह ‘पद्मावत’ नाम दिया जाए। इसके साथ ही ‘घूमर’ गाने में भी बदलाव का सुझाव देने की खबरें आ रही हैं। गौर करने की बात है कि ‘पद्मावत’ सूफी कवि मलिक मोहम्मद जायसी की रचना थी और पद्मावती नाम की रानी का काल्पनिक किरदार उन्होंने ही गढ़ा था।
सेंसर बोर्ड ने फिल्म में 26 कट करने का भी सुझाव दिया है। इसके अलावा बोर्ड ने यह भी कहा है कि फिल्म के शुरू होने और मध्यांतर के वक्त एक डिस्क्लेमर भी चलाया जाए।सेंसर बोर्ड ने फिल्म को परखने के लिए एक विशेष पैनल गठित किया था जिसमें इतिहासकार और राजस्थान के पूर्ववर्ती रॉयल परिवार से जुड़े हुए लोग थे। डायरेक्टर संजय लीला भंसाली पर आरोप है कि उन्होंने इस फिल्म में इतिहास से छेड़छाड़ की है। करणी सेना इस फिल्म का जमकर विरोध कर रही है। उनका कहना है कि फिल्म में पद्मावती और खिलजी के बीच आपत्तिजनक सीन फिल्माए गए हैं जिससे उनकी भावनाओं को ठेस पहुंची है। हालांकि भंसाली इन आरोपों को नकार चुके हैं।
फिल्म में दीपिका पादुकोण पद्मवाती की भूमिका में हैं। इस फिल्म को लेकर विरोध इस कदर हुआ कि दीपिका को जान से मारने की धमकियां भी दी गईं। इस मुद्दे पर पूरा बॉलीवुड एक साथ भंसाली के साथ खड़ा रहा। इस फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने का मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचा लेकिन इससे संबंधित याचिका को खारिज कर दिया गया। ‘पद्मावती’ इसी महीने एक दिसंबर को रिलीज होने वाली थी लेकिन विवादों के कारण इसे टाल दिया गया।