पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने 14 अरब के धनशोधन मामले में खुद को बताया ‘मजनू’, जानिए पूरा मामला

शहबाज शरीफ और उनके बेटों- हमजा और सुलेमान के खिलाफ संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) ने साल 2020 में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और धनशोधन रोकथाम अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था. एफआईए ने अपनी जांच में शहबाज परिवार के कथित 28 बेनामी खातों का पता लगाया है, जिनके जरिए 2008 से 2018 तक 14 अरब रुपए का

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) इन दिनों काफी चर्चा में हैं. हाल ही में उन्होंने अपने खिलाफ दर्ज 14 अरब पाकिस्तानी रुपए के धनशोधन मामले में शनिवार को एक विशेष अदालत में कहा कि पंजाब का मुख्यमंत्री रहने के दौरान उन्होंने वेतन तक नहीं लिया और उन्होंने इसकी वजह में अपने आपको ‘मजनू’ भी बता दिया हैं.

Shehbaz Sharif

विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज

दरअसल, शहबाज शरीफ और उनके बेटों- हमजा और सुलेमान के खिलाफ संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) ने साल 2020 में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और धनशोधन रोकथाम अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था. एफआईए ने अपनी जांच में शहबाज परिवार के कथित 28 बेनामी खातों का पता लगाया है, जिनके जरिए 2008 से 2018 तक 14 अरब रुपए का धनशोधन किया गया. यह भी पढ़ें: Neha Malik: नेहा मलिक की अदाओं ने बनाया फैंस को दीवाना, बोल्ड पोज देते हुए करवाया फोटोशूट

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28 बेनामी खातों में 14 अरब रुपए का धनशोधन का आरोप

शहबाज परिवार के 28 बेनामी खातों में 14 अरब रुपए का धनशोधन का आरोप था. अब इस मामले में सुनवाई की गई है. शहबाज ने सुनवाई के दौरान कहा, मैंने 12.5 साल में सरकार से कुछ नहीं लिया और इस मामले में मुझ पर 25 लाख रुपये के धनशोधन का आरोप है. डॉन अखबार ने उनके हवाले से कहा, अल्लाह ने मुझे इस देश का प्रधानमंत्री बनाया है. मैं एक मजनू (नासमझ) हूं और मैंने अपना कानूनी अधिकार, अपना वेतन तथा लाभ नहीं लिया था.

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शहबाज ने अदालत से कहा

शहबाज ने अदालत से कहा, मेरे परिवार को मेरे फैसले के कारण दो अरब रुपये का नुकसान हुआ. मैं आपको हकीकत बता रहा हूं. जब मेरे बेटे का इथेनॉल उत्पादन संयंत्र स्थापित किया जा रहा था, तब भी मैंने इथेनॉल पर शुल्क लगाने का फैसला किया. उस फैसले के कारण मेरे परिवार को सालाना 80 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ. शहबाज के वकील ने दलील दी कि इमरान खान के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकार द्वारा दर्ज कराया गया धनशोधन का मामला “राजनीति से प्रेरित” और “दुर्भावनापूर्ण इरादों पर आधारित” है.यह भी पढ़ें: जब जया बच्चन ने ऐश्वर्या को नहीं बल्कि करिश्मा कपूर को बनाया था अपनी बहू, सगाई का वीडियो हुआ था वायरल

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पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री

फिलहाल हमजा फिलहाल पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री हैं, शहबाज पहली बार 1997 में पंजाब के मुख्यमंत्री बने थे. उस वक्त उनके भाई नवाज शरीफ देश के प्रधानमंत्री थे.वर्ष 1999 में जनरल परवेज मुशर्रफ द्वारा नवाज शरीफ सरकार को अपदस्थ किए जाने के बाद शहबाज ने परिवार के साथ 2007 में पाकिस्तान लौटने से पहले सऊदी अरब में आठ साल निर्वासन में बिताए थे. वह 2008 में दूसरी बार पंजाब के मुख्यमंत्री बने और 2013 में तीसरी बार सत्ता में आए. जबकि सुलेमान फरार है और ब्रिटेन में रह रहा है.

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गिरफ्तारी वारंट जारी किया था

बता दें विशेष अदालत ने 21 मई को पिछली सुनवाई के दौरान शहबाज और हमजा की अंतरिम जमानत 28 मई तक बढ़ाने के बाद मामले में सुलेमान के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था.

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chhayasharma :मेरा नाम छाया शर्मा है. मैं एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में एक जर्नलिस्ट के रूप में पिछले 6 साल से ज्यादा समय से काम कर रही हूं. मैं सेलिब्रिटी न्यूज, लाइफस्टाइल कंटेंट और फैशन ट्रेंड्स की विशेषज्ञ हूं. मुझे नई और अनोखी कहानियों की खोज करने का शौक है और मुझें अपने रीडर्स के लिए एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री की नई-नई खबरें और गॉसिप लिखना बेहद पसंद है. मैं एक उत्सुक पाठक, फिल्म शौकीन और संगीत प्रेमी हूं. और हमेशा अगली बेहतरीन कहानी की तलाश में रहती हूं