Bollywood news: परेश रावल (Paresh Rawal) बॉलीवुड के बेहतरीन एक्टर में से एक हैं. उनके बाबू भैया (Babu Bhaiya) का किरदार फैंस के बीच काफी पॉपुलर हैं. फैंस परेश रावल की अदकारी को काफी पसंद करते है, जिसकी वजह से वो अक्सर सुर्खियों में बने रहते हैं. वहीं एक बार फिर परेश रावल सुर्खियों में आए है. लेकिन इस बार वो कानूनी मुसीबत में फंस गए हैं. कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ इंडिया (मार्क्सिस्ट) यानी CPI-M ने उनके खिलाफ पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है.
कानूनी मुसीबत में फंसे परेश रावल
दरअसल, परेश रावल (Paresh Rawal) की ये शिकायत उनके उस हालिया बयान के खिलाफ दर्ज कराई गई है, जिसमें वे बंगालियों को लेकर आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल कर गए थे. अभिनेता और भाजपा नेता परेश रावल का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. जो गुजरात के पहले चरण के चुनाव से पहले के एक प्रचार अभियान का हिस्सा है.2014 में अहमदाबाद पूर्व से भाजपा सांसद (अब पूर्व) चुने गए परेश रावल ने इस दौरान लोगों की सुरक्षा का हवाला देकर भाजपा के लिए वोट मांगे थे. यह भी पढ़ें: HBD Jimmy Shergill: जिम्मी शेरगिल इस शख्स की वजह से बने थे एक्टर, पिता ने नहीं की थी उनसे एक साल तक बात
परेश रावल का बयान
उन्होंने सुरक्षा के आगे देश के बाक़ी मुद्दों को मामूली बताया था. लेकिन वे रोहिंग्या और बांग्लादेश से आए घुसपैठियों पर बयान देते समय बंगाली समाज के बारे में आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल कर गए. परेश रावल ने अपने बयान में कहा था, ‘गैस सिलिंडर्स महंगे हैं, उनकी कीमतें नीचे आ जाएंगी. लोगों को रोजगार मिल जाएगा. लेकिन अगर रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठिये दिल्ली की तरह आपके आसपास रहने लगेंगे तो क्या होगा? आप सिलिंडर्स का क्या करोगे? क्या बंगालियों के लिए मछली पकाओगे?’
CPI-M ने करवाई शिकायत दर्ज
वहीं अब CPI-M ने परेश रावल के इस बयान को नफरत फैलाने और सौहार्द बिगाड़ने वाला बताया है. CPI-M के नेता मोहम्मद सलीम ने परेश रावल के खिलाफ कोलकाता के तरोतला पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराने के बाद कहा कि उन्होंने कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अभिनेता का एक वीडियो देखा है, जिसमें वे नफरत फैलाने वाला भाषण दे रहे हैं. उनके मुताबिक़, परेश रावल के बयान का असर पश्चिम बंगाल के उन लोगों पर पड़ सकता है, जो देश के अलग-अलग हिस्से में रह रहे हैं. बकौल सलीम, ‘पब्लिक डोमेन में ऐसा भाषण दंगे भड़का सकता है और बंगाली समाज और अन्य समाज के बीच का सौहार्द बिगाड़ सकता है.’यह भी पढ़ें: Konkona Sen Sharma Birthday: शादी से पहले प्रेग्नेंट हो गई थी कोंकणा सेन, रणवीर शोरी से हुआ था तलाक
परेश रावल ने मांगी माफी
बता दें, जब परेश रावल (Paresh Rawal) के इस बयान पर विवाद बढ़ा तो उन्होंने अपने इस बयान पर माफ़ी मांगी. उन्होंने कहा, ‘जाहिरतौर पर गुजरातियों के लिए मछली मुद्दा नहीं है. क्योंकि गुजराती मछली पकाते हैं और खाते हैं. लेकिन मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि बंगाली से मेरा मतलब बांग्लादेशी घुसपैठियों से था. फिर भी अगर मेरे बयान से आपकी भावनाओं को चोट पहुंची है तो मैं माफ़ी मांग लेता हूं.’
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