पीएम मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन: गांव का प्रधान हो या देश का, कोई नियमों से ऊपर नहीं

पीएम मोदी ने अपनी इस स्पीच में 'गरीब कल्याण अन्न योजना' के बारे में बड़ी घोषणा की। उन्होंने बताया कि इस योजना का विस्तार अब छठ पूजा तक बढ़ाया गया है।

पीएम मोदी की तस्वीर (फोटो: सोशल मीडिया)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश को संबोधित किया। अपने इस संबोधन में पीएम मोदी ने कोरोना संकट पर कहा कि जब से देश में अनलॉक-वन हुआ है, व्यक्तिगत और सामाजिक व्यवहार में लापरवाही भी बढती ही चली जा रही। पहले हम मास्क को लेकर, दो गज की दूरी को लेकर, 20 सेकेंड तक दिन में कई बार हाथ धोने को लेकर बहुत सतर्क थे। अब भी सभी लोगों को सतर्क रहना है।

पीएम मोदी ने अपनी इस स्पीच में ‘गरीब कल्याण अन्न योजना’ के बारे में बड़ी घोषणा की। उन्होंने बताया कि इस योजना का विस्तार अब छठ पूजा तक बढ़ाया गया है। फैसला लिया गया है कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का विस्तार अब दिवाली और छठ पूजा तक, यानी नवंबर के आखिरी तक कर दिया जाएगा।

पीएम मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन:

पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने सम्बोधन में कहा कि लॉकडाउन के समय नियमों का पालन बहुत ही गंभीरता से किया गया था। वहीं अब सरकारों, स्थानीय निकाय की संस्थाओं, नागरिकों को फिर से उसी तरह की सतर्कता दिखाने की जरूरत है। कंटेनमेंट जोन पर हमें बहुत अधिक ध्यान देनी की जरूरत है। जो भी लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे, हमें उन्हें टोकना, रोकना और समझाना होगा।

पीएम ने कहा कि corona से लड़ते हुए देश में 80 करोड़ लोगों को 3 महीने का राशन मुफ्त में दिया गया। इसके साथ प्रत्येक परिवार को हर महीने एक किलो दाल भी दी गई। एक तरह देखें तो अमेरिका की कुल जनसंख्या से ढाई गुना अधिक लोगों को, ब्रिटेन की जनसंख्या से 12 गुना अधिक लोगों को, और यूरोपीय यूनियन की आबादी से दोगुने से ज्यादा लोगों को सरकार ने मुफ्त अनाज दिया।

पीएम मोदी ने आगे कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ते-लड़ते अब हम अनलॉक 2 में प्रवेश कर रहे हैं। हम सभी उस मौसम में भी प्रवेश कर रहे हैं जिसमें सर्दी, जुकाम, बुखार होता है ये मामले बढ़ जाते हैं। ऐसे में आप सभी देशवासियों से प्रार्थना है कि ऐसे समय में अपना ध्यान रखें। पीएम ने कहा कि जब से अनलॉक शुरू हुआ है लोगों में लापरवाही बढ़ गई है। पहले हम बहुत सतर्क थे लेकिन आज जब ज्यादा सतर्कता की जरूरत है तो लापरवाही बढ़ना चिंता का कारण है। देश के सभी लोगों को नियमों का पालन करना चाहिए। फिर चाहे गांव का प्रधान हो या देश का, कोई नियमों से ऊपर नहीं है।

lakhantiwari :मेरा नाम लखन तिवारी है और मैं एंटरटेनमेंट जर्नलिस्ट के रूप में पिछले 6 वर्षों से काम कर रहा हूं. एंटरटेनमेंट की खबरों से खास लगाव है. बॉलीवुड की खबरें पढ़ना और लिखना दोनों ही पसंद है.