जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) से धारा 370 (Article 370) हटने के बाद 8 अगस्त को रात 8 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने राष्ट्र के नाम संदेश देने का फैसला किया था। 41 मिनट के संबोधन में पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख (Ladakh) की तरक्की का ब्लूप्रिंट देश की जनता के सामने रखा। इस दौरान उन्होंने हिंदी, तमिल, तेलुगू, मलयालम, कन्नड़ सहित सभी भाषाओं से जुड़े फिल्ममेकर्स से एक अपील की।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘एक समय था जब कश्मीर में बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग हुआ करती थी। अधिकतर हिंदी फिल्मों में कश्मीर के सीन हुआ करते थे, लेकिन बाद के दिनों में ऐसा होना बहुत कम हो गया। अब धारा 370 हटने के बाद एक बार फिल्मों की शूटिंग के लिए फिल्ममेकर्स के लिए ये पसंदीदा जगह होगी। मेरा ये विश्वास है कि आने दिनों में इंटरनेशनल फिल्मों की शूटिंग भी यहां होगी। मैं हिंदी और तमिल फिल्म इंडस्ट्री से अपील करता हूं कि वो यहां आकर फिल्मों की शूटिंग करें।’
पीएम नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने और लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेश घोषित होने पर वहां के नागरिकों को बधाई दी। धारा 370 के दुष्परिणामों को बताते हुए उन्होंने कहा, ‘अनुच्छेद 370 से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के हमारे भाई-बहनों की जो हानि हो रही थी, उसकी चर्चा ही नहीं होती थी। अनुच्छेद 370 और 35ए ने जम्मू-कश्मीर को अलगाववाद, आतंकवाद, परिवारवाद और व्यवस्थाओं में बड़े पैमाने में फैले भ्रष्टाचार के अलावा कुछ नहीं दिया।’
पीएम मोदी ने देशवासियों को ईद की अग्रिम मुबारकबाद देते हुए कहा, ‘ईद का मुबारक त्योहार भी नजदीक ही है। ईद के लिए मेरी ओर से सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं। सरकार इस बात का ध्यान रख रही है कि जम्मू-कश्मीर में ईद मनाने में लोगों को कोई परेशानी न हो। हमारे जो साथी जम्मू-कश्मीर से बाहर रहते हैं और ईद पर अपने घर वापस जाना चाहते हैं, उनको भी सरकार हर संभव मदद कर रही है।’
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