पीएम नरेंद्र मोदी बायोपिक की रिलीज का रास्ता साफ, अब इस दिन देगी सिनेमाघरों में दस्तक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बायोपिक 'पीएम नरेंद्र मोदी' काफी विवादों के बाद अब रिलीज होने जा रही है। यह फिल्म 24 मई को रिलीज होगी। 23 मई को लोकसभा चुनाव के नतीजों का ऐलान होगा।

पीएम नरेंद्र मोदी फिल्म लोकसभा चुनाव की वजह से 5 अप्रैल को रिलीज नहीं हो पाई थी। (फोटो- इंस्टाग्राम)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बायोपिक ‘पीएम नरेंद्र मोदी’ वैसे तो 5 अप्रैल को रिलीज होने वाली थी, लेकिन उस समय यह फिल्म लोकसभा चुनाव की तारीखों की बलि चढ़ गई। विपक्षी पार्टियों ने फिल्म को लेकर सत्तारूढ़ दल पर राजनीतिक लाभ लेने का आरोप लगाया। जिसके बाद हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट और फिर चुनाव आयोग के पास से होकर निकली इस फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने का फैसला किया गया। काफी मुश्किलों के बाद अब इस फिल्म की रिलीज की नई तारीख का खुलासा हो गया है।

‘पीएम नरेंद्र मोदी’ अब 24 मई को रिलीज होगी। दरअसल 19 मई को आखिरी चरण का मतदान होगा। 23 मई को लोकसभा चुनाव के नतीजों का ऐलान होगा और अगले दिन इस फिल्म को रिलीज किया जाएगा। फिल्म के निर्माता संदीप सिंह ने कहा, ‘देश के जिम्मेदार नागरिक होने के चलते हमें कानून का पालन करना चाहिए। काफी चर्चा के बाद हमने लोकसभा चुनाव के नतीजों के अगले ही दिन फिल्म को रिलीज करने का फैसला लिया है। आखिरी फेज की वोटिंग के बाद हमें इसके प्रमोशन के लिए 4 दिन मिलेंगे और मुझे नहीं लगता कि अब किसी को इससे परेशानी होगी।’

बताते चलें कि इस फिल्म में विवेक ओबेरॉय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के किरदार में नजर आएंगे। उनके अलावा फिल्म में बोमन ईरानी, प्रशांत नारायणन, जरीना वहाब, मनोज जोशी, बरखा सेनगुप्ता, दर्शन कुमार और जिमेश पटेल अहम किरदारों में हैं। ओमंग कुमार ने फिल्म का निर्देशन किया है। यह फिल्म 23 भाषाओं में रिलीज होगी। गौरतलब है कि इस साल आपको पीएम मोदी ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कहानी भी बड़े पर्दे पर देखने को मिलेगी। फिल्म ‘नक्काश’ में अभिनेता कुमुद मिश्रा सीएम योगी के इर्द-गिर्द बुने गए किरदार में नजर आएंगे।

यहां देखिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लाइफस्टाइल, फैमिली और नेट वर्थ…

राहुल सिंह :उत्तराखंड के छोटे से शहर हल्द्वानी से ताल्लुक रखता हूं। वैसे लिखने को बहुत कुछ है अपने बारे में, लेकिन यहां शब्दों की सीमा तय है। पत्रकारिता का छात्र रहा हूं। सीख रहा हूं और हमेशा सीखता रहूंगा।