भारत के प्रधान मंत्री, नरेंद्र मोदी फिलहाल में मुंबई में हैं, जहाँ पर उन्होंने भारतीय सिनेमा के राष्ट्रीय संग्रहालय के उद्घाटन में भाग लिया। इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम में बॉलीवुड की तमाम हस्तियां शामिल हुई है जिसमें आमिर खान, करण जौहर, आनंद एल राय ने भाग लिया। भारतीय सिनेमा के राष्ट्रीय संग्रहालय के उद्घाटन के अवसर पर I & B मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और केंद्रीय फिल्म प्रमाणन प्रमुख प्रसून जोशी के साथ पीएम नरेंद्र मोदी नज़र आये| इस कार्यक्रम में जानी मानी सिंगर आशा भोसले, म्युज़िक डायरेक्टर एआर रहमान, अभिनेता जीतेंद्र, रणधीर कपूर, जैसे कलाकार नज़र आये|
इस कार्यक्रम में नरेंद्र मोदी ने कहा फिल्म और समाज एक दूसरे का प्रतिबिंब हैं। हमने भारत की गरीबी और असहायता पर फिल्में देखी हैं, लेकिन अब हमारे पास ऐसी फिल्में हैं जहां अगर कोई समस्या है, तो एक समाधान भी है।
नरेंद्र मोदी का कहना है टेक्नोलॉजी बदल गयी है लेकिन कानून अभी भी 1952 के है| तो फिल्म के लोग ये सोचे कि आखिर ज़माना बदल गया है तो चीजें भी बदलनी चाहिए तो आप मुझे लिस्ट बनाकर दे तो मैं वो कानून हटा दूँ| लेकिन आशा है कि आप में से कोई एक इस बात का इनिशिएटिव ले|
Celebrating cinema. Inaugurating National Museum of Indian Cinema in Mumbai. https://t.co/NiXR2vwWfm
— Chowkidar Narendra Modi (@narendramodi) January 19, 2019
नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं चाहता हूँ कि फिल्म इंडस्ट्री के लोग कम्युनिकेशन और टेक्नोलॉजी से जुड़ा एक युनिवर्सिटी खोलें| ताकि लोग वहां पर सीख सके| सरकार इसके लिए अपना पूरा सहयोग देगी|
Mumbai: PM Narendra Modi with I&B Minister Rajyavardhan Singh Rathore & Central Board of Film Certification chief Prasoon Joshi at the inauguration of National Museum of Indian Cinema. Asha Bhosle, AR Rahman, Jeetendra, Randhir Kapoor, Aamir Khan among other celebrities present pic.twitter.com/tiXcVX5ZAJ
— ANI (@ANI) January 19, 2019
बिज़नेस को आधार बना कर समिट हो, सेमीनार हो और उसकी चर्चा हो| नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुंबई दुनिया से बाहर निकल कर बाहर आना है और ग्लोबल समिट बनाना है| उनका कहना है कि सिर्फ कलाकार ही नहीं बल्कि फिल्म से जुड़े सभी लोग मिल कर इस बात पर चर्चा करें|
नरेंद्र मोदी का कहना था कि फिल्म इंडस्ट्री की बात करें तो लोगों को ग्लैमर और चकाचौंध नज़र आता है लेकिन फ़िल्मी दुनियां इससे कहीं बढ़कर है| इसमें दर्द है और इसमें आशाएं हैं|