अरशद वारसी स्टरार ‘फ्रॉड सैंया’ का 18 जनवरी को रिलीज होने वाली है। इस फिल्म को सौरभ श्रीवास्तव ने डायरेक्ट किया है। लेकिन फिल्म बनाने में प्रकाश झा की भूमिका भी है। प्रकाश झा इस फिल्म के प्रस्तुतकर्ता हैं। फिल्म प्रमोशन के दौरान उनसे जब चुनाव लड़ने की बात पूछी गई, तो उन्होंने इससे साफ इंकार कर दिया।
हिन्दीरश को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में प्रकाश झा ने लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए साफ मना कर दिया। उन्होंने कहा कि उनके पास ऐसा भी कुछ नहीं है, जिसकी वजह से वो चुनाव समर में कूदें। उन्होंने कहा, ‘पॉलिटिक्स में कॉमेडी और फ्रॉड के सिवा और क्या है। सीरियस पॉलिटिक्स करने वाले लोग न्यूज नहीं बनाते। तो कॉमेडी में भी पॉलिटिक्स है। हमारे लाइफ में भी कॉमेडी है। उसके बिना तो काम नहीं चलता।’
फिल्म फ्रॉड सैंया में हर चीज अलग है
इतना ही नहीं प्रकाश झा ने फिल्म कहानी के बारे में भी बताया है। उन्होंने राजकुमार हिरानी पर लगे यौन शोषण के आरोप पर भी बेबाकी से अपना पक्ष रखा। उन्होंने बताया कि वह बेव सीरिज और कई फिल्मों पर भी काम कर रहे हैं। फिल्म की कहानी पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि ‘फ्रॉड सैंया‘ में हर चीज अलग है। हमारी सोच से बिल्कुल अलग है। फिल्म की स्क्रिप्ट हार्डलाइनर है।
छोटे इलाके की दमदार कहानी है
प्रकाश झा ने बताया कि फिल्म में जिला जौनपुर, कानपुर, बनारस, लखनऊ और इसके आस-पास के इलाके की कहानी है। एक ऐसा बंदा अपनी जिंदगी जी रहा है, जिसने अपना खूबसूरत सा एम्पायर खड़ा किया हुआ है। छोटी-छोटी जगहों पर अपनी ब्रांच खोल रखी है, जहां एक-एक बीबीयां बैठा रखी हैं। और जो इसकी इंटेलिजेंस हैं, जिस जुगाड़ू तरीके से अपने इंटेलीजेंस का इस्तेमाल करते हैं।
जिंदगी में ऐसी स्क्रिप्ट नहीं पढ़ी थी
उन्होंने कहा कि उन्होंने जिंदगी में ऐसी स्क्रिप्ट नहीं पढ़ी थी और न ही ऐसे कैरेक्टर जाने थे। उन्होंने इस तरह की भाषा सुनी नहीं थी। बस इसी को सिनेमेटिक और ड्रमेटिक तरीके से लगा की बनना चहिए तो बना दी। फिल्म में कॉमेडी है, लेकिन अलग तरीके की। सीरियस हिसाब-किताब है। फिल्म में कैरेक्टर मजे नहीं कर रहा, जूझ रहा है। कैरेक्टर अपनी बीबीयों को खुश रखने के लिए अपनी जिंदगी में जूझ रहा है।
बॉलीवुड में चल रही है मीटू की बयार
बॉलीवुड में इनदिनों चल रही मीटू की बयान पर प्रकाश झा ने कहा, ‘हर जगह इस तरह की घटनाओं की संभावना रहती है। इस बात से भी नहीं नकारा जा सकता है कि इंडस्ट्री में पुरुष प्रधान समाज है, वहां पर इस तरह के फायदे उठाए जाते हैं। जब भी आप अपनी पोजिशन और पॉवर का फायदा उठाकर किसी भी महिला का यौन शोषण करते हैं, तो इससे घृणा की बात नहीं हो सकती है। यह बात जगजाहिर है। हम सब इसका सर्पोट करते हैं कि यह सब चीजें नहीं होनी चाहिए।’
सही और गलत का फैसला करना जरूरी
उन्होंने कहा, ‘राजकुमार हिरानी के केस में ही बात करते हैं। जैसा हमें पता चला है और जैसे ही मीडिया के सामने बात आई। वैसे ही राजकुमार हिरानी ने कहा कि वह इन्वेस्टिगेशन करने के लिए तैयार हो गए। और इन्वेस्टिगेशन शुरू हो भी हो गई। इन्वेस्टिगेशन चल रही है, उससे साबित होगा कि क्या सही है? क्या गलत है? इससे पहले की उसकी स्थापना हो, आप मीडिया के पास चले जाते हैं और इस चीजों को उछाल देते हैं।’
इज्जत एक बार खत्म हो जाए तो…
उन्होंने कहा कि किसी को इस बात का भी अंदाजा नहीं रहता है कि पब्लिक डोमेन में अगर इस तरह की बात आ जाती है तो उस व्यक्ति की डिगनिटी (गरिमा) खत्म हो जाती है। वह आदमी लाख अपने आप को बचाने की कोशिश करेगा, लाख सफाई देने की कोशिश करेगा, कोई आदमी उसे सही चश्मे से नहीं देखेगा।
यहीं राम हुए, यहीं रावण हुए
बॉलीवुड में दोहरे चरित्र के व्यक्तित्व पर बात करते हुए कहा कि इसी धरती का रामायण है। यहीं राम हुए, यहीं रावण हुए, यहीं विभीषण हुए। सब हमारे बीच में ही है। ऐसा कुछ भी नहीं है कि हम कहीं से इम्पोर्ट करते हैं।
वेब सीरिज पर चल रहा है काम
वेब सीरिज पर प्रकाश झा ने बताया कि वह भी इस पर काम कर रहे हैं। लेकिन वह अच्छी स्क्रिप्ट में विश्वास करते हैं। हालांकि उन्होंने वेब सीरिज का खुलासा नहीं किया। उन्होंने कहा कि सीरिज के बारे में सही वक्त आने पर बताएंगे। इस बीच प्रकाश झा ने कई विषयों पर काम चल रहा है। अभी उन्होंने एक फिल्म भी खत्म की है।
यहां देखें प्रकाश झा का इंटरव्यू…
यहां देखें प्रकाश झा की तस्वीरें…
View Comments (1)
27