प्रीति जिंटा यौन उत्पीड़न केस को बॉम्बे हाईकोर्ट ने किया खारिज

प्रीति जिंटा और नेस वाडिया केस को बॉम्बे हाईकोर्ट को रद्द कर दिया है...

प्रीति जिंटा (Preity Zinta) को बॉम्बे हाईकोर्ट (Bombay High Court) ने रद्द कर दिया है। प्रीति जिंटा ने अपने एक्स ब्वॉयफ्रेंड नेस वाडिया  (Ness Wadia) के खिलाफ चार साल पहले एफआईआर दर्ज कराया था। 2014 आईपीएल (IPL) मैच के दौरान घटना घटी थी। एक तरफ जहां मी टू आंदोलन जोर पकड़ा है तो वहीं, प्रीति जिंटा केस कैंसल होने से खलबली मच गई है। इससे पहले भी कोर्ट ने कहा था कि दोनों मिलकर मामले को सलटा लें। हाल ही में किए गए सुनवाई के दौरान कोर्ट ने यह बात कही थी। पर दोनों पक्षों के बीच सहमति नहीं बन पा रही थी।

जानकारी के मुताबिक, बॉम्बे हाईकोर्ट के जस्टिस रंजीत मोरे और भारती डांगरे ने पिछली सुनवाई में 09 अक्टूबर को अगली तारीख दी थी। जिस पर की ये फैसला लिया गया। हालांकि इसको लेकर अभी प्रीति जिंटा की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। अब देखना होगा कि प्रीति जिंटा का अगला कदम क्या होता है। वैसे कोर्ट इस मामले को सुलह कराने में काफी पहले से जोर दे रही थी।

दोनों पक्षों के बीच अनबन
पिछली सुनवाई के बाद नेस वाडिया के वकील अबाद पोंडा ने कहा कि हम लोग मामला सुलझाना चाहते हैं। लेकिन हमारे मुवक्किल माफी नहीं मांगेगे। वहीं, प्रीति जिंटा के वकील का कहना था कि यदि नेस वाडिया लिखित तौर पर माफी मांगते हैं तो मामला खत्म किया जा सकता है। लेकिन अब माफी मांगने को लेकर दोनों के बीच बात बनी नहीं थी।

वानखेड़े स्टेडियम की घटना
दरअसल, ये घटना 2014 में आईपीएल मैच के दौरान घटी। मुंबई के वानखेडे स्टेडियम में किंग इलवेन पंजाब का आईपीएल चल रहा था। इसके बाद प्रीति जिंटा ने नेस वाडिया के खिलाफ केस दर्ज कराया। प्रीति जिंटा ने बताया था कि नेस ने उनके साथ बदतमीजी की और भद्दी-भद्दी गालियां बकी। फरवरी 2014 में आरोपपत्र के खिलाफ नेस वाडिया ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। जिस पर सुनवाई चल रही है।

प्रीति जिंटा का भउजी लूक
बताते चलें कि, सन्नी देओल के साथ प्रीति जिंटा की एक फिल्म ‘भैय्याजी सुपरहीट’आ रही है। इस फिल्म की चर्चा हो रही है। दरअसल, फिल्म के नाम और गाने को देखकर लगता है इसमें यूपी का भैय्याजी वाला छौंक लगाया गया है। इस कारण ये फिल्म लोगों को बेहद पसंद आएगी। इसके साथ ही सन्नी देओल का गमछा लिए बनारसी बाबू यानी भैय्याजी वाला रूप तो दिल को छू रहा है।

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रवि गुप्ता :पत्रकार, परिंदा ही तो है. जैसे मैं जन्मजात बिहारी, लेकिन घाट-घाट ठिकाने बनाते रहता हूं. साहित्य-मनोरंजन के सागर में गोते लगाना, खबर लिखना दिली तमन्ना है जो अब मेरी रोजी रोटी है. राजनीति तो रग-रग में है.