वडाली ब्रदर्स की जोड़ी टूटी, प्यारेलाल वडाली का निधन

प्यारेलाल वडाली नहीं रहे, बीमारी ने ली जान

प्यारेलाल वडाली नहीं रहे, बीमारी ने ली जान

उस्ताद पुरन चंद वडाली के भाई उस्ताद प्यारेलाल वडाली अब नहीं रहे| शुक्रवार की सुबह अमृतसर में उनका निधन हो गया| उनकी उम्र 75 वर्ष की थी| अपने अंतिम समय में उन्हें अमृतसर के फोर्टिस एस्कॉर्ट हास्पिटल में एडमिट किया गया था| वोकुच दिनों से बीमार थे जिसके बाद उन्हें गुरुवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था| जिसके बाद वहीँ उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली| आपको बता दें पंजाबी सूफी भाईयों की जोड़ी ‘वडाली ब्रदर्स’ के नाम से जानें जाते हैं|

वडाली ब्रदर्स भारत के अमृतसर के पास एक छोटे से गांव में रहते थे| लेकिन उनकी गायकी ने दुनियाभर में उनका नाम बनाया| वडाली ब्रदर्स दुनियाभर में अपनी गायकी से छा गए थे| दोनों जालंधर के हरबल्ला मंदिर में परफॉर्म किया करते थे| दोनों की गायकी में काफियां, गज़ल और भजन जैसे गाने शामिल थे|

उन्होंने अपने गाँव में चारो और नाम कमा लिया था ऐसे में वो बाहर निकले और जलंधर के हरल्लभ मंदिर में 1975 के दौरान परफॉर्म करते हुए नज़र आये| इसके पहले इनकी जोड़ी हरबल्ला संगीत संमेलन में प्रदर्शन करने के लिए जालंधर गए थे लेकिन उन्हें गाए जाने की इजाजत नहीं थी क्योंकि उन्हें देखने के लिए लोग नहीं पहुंचे थे| हालाँकि इसके बाद उन्होंने वहीँ के एक मंदिर मं गाने का फैसला किया और आल इंडिया रेडिओ के किसी अधिकारी ने उन्हें गाते हुए देखा और रेडिओ के लिए गाना रिकॉर्ड करवाया|

वडाली ब्रदर्स जिसे भी संगीत सिखाते हैं उनसे पैसे चार्ज नहीं करते|

वे सूफी परंपरा में विश्वास करते हैं। वे खुद को एक माध्यम के रूप में मानते हैं जिसके माध्यम से महान संतों का उपदेश दूसरों तक पहुंचाया जा सकता है| उन्होंने व्यावसायिक रूप से कभी भी काम नहीं किया है| भले ही उनके नाम पर मुट्ठीभर ही रिकॉर्डिंग हो लेकिन वो जनता के सामने गाना पसंद करते हैं| वे अपने संगीत में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग करने में बहुत सहज महसूस नहीं करते हैं| उनका मन्ना है कि अगर आप अलाप कर गायें तो अआप अध्यात्मिक उचाइयां छू सकते हैं|

2003 में, उन्होंने बॉलीवुड में प्रवेश किया, फिल्म पिंजर में हमें उनकीअनूठी शैली में संगीत निर्देशक और लेखक गुलजार का इमोशनल गाना सुनने को मिला|

श्रेया दुबे :खबरें तो सब देते हैं, लेकिन तीखे खबरों को मजेदार अंदाज़ में आपतक पहुंचाना मुझे बहुत अच्छा लगता है। पिछले चार साल से पत्रकारिता के क्षेत्र में हूं। कुछ नया सीखने की कोशिश कर रही हूं। फिलहाल इंटरनेट को और एंटरटेनिंग बना रही हूं।