राजकपूर के 70 साल पुराने आर के स्टूडियो को अब बेचा जा रहा है। गौरतलब है कि पिछले साल इस स्टूडियो में आग लग गई थी| जिसके बाद इस स्टूडियो का बड़ा हिस्सा आग की वजह से तबाह हो गया था। जिसके बाद अब इस स्टूडियो को बेचने की बात सामने आ रही है| बता दें आर. के. स्टूडियो को बेचने का फैसला कपूर परिवार के लिए बहुतब ही मुश्किल है| एक अंग्रेजी वेबसाइट की रिपोर्ट्स की माने तो ऋषि कपूर ने कहा, “हमने अपने दिलों पर पत्थर रखे हैं। छाती पर पत्थर रखकर और सोच समझकर हमने ये फैसला लिया है। ”
पिछले साल जब इस स्टूडियो पर आग लगी थी तब इसका ग्राउंड फ्लोर जल गया था। हालाँकि इस हादसे में किसी को नुकसान नहीं पहुंचा था। इस दौरान ऋषि कपूर ने इसे सही करने का फैसला किया था लेकिन उनके बड़े भाई रणधीर कपूर को सही नहीं लगा| मीडिया रिपोर्ट्स में रणधीर कपूर ने कहा कि , “हां, हम आर के स्टूडियो को बेच रहे हैं। ये अब बिक्री के लिए उपलब्ध है। स्टूडियो में आग लगने के बाद उसे फिर से बनाना प्रैक्टिकल नहीं था।”
बता दें आरके स्टूडियो में अब कुछ ही सीरियल के शूट्स हुआ करते थे| इस वजह से इस जगह से खासा आमंदनी नहीं हो रही थी जिसके बाद कपूर भाइयों ने इसे बेचने का फैसला किया है|
बता दें आर के बैनर तले कई यादगार फिल्में बनाई गयी है| इन फिल्मों में ‘आग’, ‘बरसात’, ‘आवारा’, ‘श्री 420’, ‘जिस देश में गंगा बहती है’, ‘मेरा नाम जोकर’, ‘बॉबी’, ‘सत्यम शिव सुंदरम’, ‘राम तेरी गंगा मैली’ जैसे नाम शामिल है| आर के बैनर के तले ‘आ अब लौट चलें’ को आखिरी बार बनाया गया था| इस फिल्म को ऋषि कपूर ने डायरेक्ट किया था। हालाँकि अब देखना होगा कि इस स्टूडियो को कौन खरीदता है|
इस खबर पर आप क्या कहेंगे?