संजय दत्त को मिली थी जान से मारने की धमकी! ‘संजू’ में इस पर पर्दा डाल दिए राजकुमार हिरानी

राजकुमार हिरानी की फिल्म संजू में सजंय दत्त के जीवन के कई पहलुओं को दिखाया गया। लेकिन फिर भी हिरानी संजय के जीवन के सबसे महत्वपूर्ण हिस्से...

राजकुमार हिरानी (Rajkumar Hiranai) की फिल्म संजू में सजंय दत्त (Sanjay Dutt) के जीवन के कई पहलुओं को दिखाया गया। लेकिन फिर भी हिरानी संजय के जीवन के सबसे महत्वपूर्ण हिस्से को फिल्म में दिखाने में असफल साबित हुए हैं। जी हां, ये हम नहीं कह रहे, बल्कि संजय दत्त के ही एक करीबी दोस्त ने खुलासा किया है।

अंग्रेजी वेबसाइट IN.COM से बातचीत के दौरान संजय दत्त के इस दोस्त ने नाम छापने की शर्त पर बताया कि संजू की जिंदगी में कई सारी कहानियां हैं। एके 56 के साथ पकड़े जाने से लेकर मुंबई हमलों में नाम शामिल होने और उनकी गिरफ्तारी के बीच संजय ने जितना संघर्ष किया, उसमें से हिरानी ने बस एक कहानी ही दर्शकों के बीच में रखी है।

संजय दत्त के इस दोस्त ने खुलासा किया कि गिरफ्तारी के बाद जेल में पहली रात उनको जान से मारने की कोशिस की गई थी। संजू जेल जाने के 24 घंटे तक सोए नहीं थे। वो वक्त उनके लिए बहुत मुश्किल था। बॉलीवुड का बड़ा फिल्म स्टार अपने ही देश का दुश्मन बन गया था। उसकी स्थिति ऐसी थी कि वो किसी का भी नहीं हो पाया था।

संजय दत्त के करीबी दोस्त ने बताया…

संजू को जैसे ही जेल में लाया गया वो सेल में चला गया, साथी कैदियों ने यह सुनिश्चित किया कि वह उस परिस्थिति के बारे में जानता था जिसे वह खुद में मिला था। इसी बीच किसी से खबर मिली, ‘देखो दाऊद का आदमी यहां है, वह उसे आज रात को खत्म कर देगा।’ इसके बाद संजू पूरी तरह से डर गया था।

इस तरह की कहानियां वो सुन चुका था कि कभी-कभी सेल का दरवाजा खुल जाता है। वहां कई ऐसी जगह थी जहां उसे घेरा जा सकता था। वो इतना डर गया था कि उसको लगता था कि यहां जिंदा रहना मुश्किल है। इसलिए उसको लगता था कि सबसे अच्छा है कि वो जागता रहे। ताकि अनहोनी होने पर वह मदद के लिए आवाज दे सकता है।

इसी के चलते उसने अपने सेल के कोने पर बैठा रहता था और उसने सोच लिया था कि वो सोएगा नहीं। सूत्रों ने कहा कि जिन लोगों ने उसे मारने की धमकी दी थी वो अरूण गवली के लोग थे। वो लोग पूरी तरह से शहर में हुए हमलों से उलझ गए थे। संजू दो दिनों तक सोया नहीं था। पूछताछ इतनी हो रही थी कि वो परेशान था।

वह जानता था कि वह उस समय ऐसे लोगों के बीच में है जो लोग उसे पसंद नहीं करते। वहां कुछ लोग उसके खिलाफ हूटिंग करते थे, कुछ गालियां देते थे। कुछ लोग माधुरी दीक्षित के साथ फिल्म में किए गए सीन के बारें में जानना चाहते थे। उसपर खतरा मंडरा रहा था। लेकिन वो इन सभी चीजों को नजरअंदाज करता था।

एक थका हुआ संजू अपने शरीर और आंखों के खिलाफ हारने वाली लड़ाई लड़ रहा था जो बंद करने के लिए चिल्ला रहे थे। वह उसके सामने खड़े लोगों की छाया तक में जाग जाता था। वह अपनी आंखें खोलने के लिए बहुत डरता था। वहां उसे कुछ पंजाबियों का फेवर मिला, जो उसके फैंस नहीं थे, लेकिन वो सुनील दत्त की इज्जत करते थे।

 

कविता सिंह :विवाह के लिए 36 गुण होते हैं, ऐसा फ़िल्मों में दिखाते हैं, पर लिखने के लिए 36 गुण भी कम हैं। पर लेखन के लिए थोड़े बहुत गुण तो है हीं। बाकी उम्र के साथ-साथ आ जायेंगे।