योग गुरु रामदेव ने दीपिका पादुकोण को दी सलाह, कहा-सही समझ के लिए मुझ जैसा कोई सलाहकार रखना चाहिए

बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर विजिट करने के बाद कई मुसीबातों का सामना कर पड रहा है। कहीं राजनेताओं ने उन्हें निशाना बनाया है, तो कहीं सोशल कार्यकर्ताओं उनपर कड़वाहट भरी बातें ककर रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, योग गुरु रामदेव ने सोमवार के दिन दीपिका पादुकोण को सलाहकार रखने कि बात की है।

बाबा रामदेव और दीपिका पादुकोणे की तस्वीर (फोटो: इंस्टग्राम)

बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर विजिट करने के बाद कई मुसीबातों का सामना कर पड रहा है। कहीं राजनेताओं ने उन्हें निशाना बनाया है, तो कहीं सोशल कार्यकर्ताओं उनपर कड़वाहट भरी बातें ककर रहे हैं। Live Hindustan.com के रिपोर्ट के मुताबिक, योग गुरु रामदेव (Baba Ramdev) ने सोमवार के दिन दीपिका पादुकोण को सलाहकार रखने कि बात की है।

उन्होंने कहा कि सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक मुद्दों की सही समझ’ हासिल करने के लिए दीपिका पादुकोण को उन जैसा कोई सलाहकार रख लेना चाहिए। रामदेव ने संवाददाताओं से कहा, दीपिका में अभिनय की दृष्टि से कुशलता होना अलग बात है। लेकिन सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक मुद्दों का ज्ञान हासिल करने के लिये उन्हें देश के बारे में और पढ़ना-समझना पड़ेगा। यह समझ हासिल करने के बाद ही उन्हें बड़े निर्णय लेने चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि दीपिका पादुकोण को स्वामी रामदेव जैसा कोई सलाहकार रख लेना चाहिए जो उन्हें ऐसे मुद्दों पर सही बात बता सके।

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रामदेव संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) का समर्थन करते है हुए कहा हैं कि, जिन लोगों को सीएए का फुल फॉर्म तक नहीं पता है, वे आज इस विषय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिये अपशब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं। प्रधानमंत्री और गृह मंत्री खुद कह चुके हैं कि यह कानून किसी व्यक्ति की नागरिकता छीनने के लिए नहीं, बल्कि नागरिकता देने के लिये बनाया गया है। फिर भी लोग आग लगाये जा रहे हैं। कुछ लोग एनआरसी (राष्ट्रीय नागरिक पंजी) के नाम पर अराजकता फैला रहे हैं। वे ‘जिन्ना वाली आजादी’ के नारे तक लगा रहे हैं। अब ‘जिन्ना वाली आजादी’ का नारा कहां से आ गया? ऐसे विरोध प्रदर्शनों से देश और इसके संस्थानों की छवि खराब होती है।

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रामदेव ने यह दावा भी किया कि भारत में दो से ढाई करोड़ लोग अवैध तौर पर रह रहे हैं। उन्होंने कहा, दुनिया के किसी भी देश को ‘डम्पिंग यार्ड’ की तरह इस्तेमाल किये जाने की इजाजत नहीं दी जा सकती। भारत में एक भी अवैध नागरिक नहीं रहना चाहिये। अगर एनआरसी विरोधियों के पास इस प्रस्तावित प्रक्रिया का कोई विकल्प हो, तो वे बतायें। हिंदुत्व की राजनीतिक विचारधारा के जनक कहे जाने वाले विनायक दामोदर सावरकर से जुड़े सवाल पर योग गुरु ने कहा, ‘भारत की आजादी की लड़ाई वीर सावरकर के बिना अधूरी है। किसी व्यक्ति की एक-दो बातों को लेकर उसके पूरे चरित्र पर लांछन लगा देना बेहद ओछी हरकत है। भूल क्या महात्मा गांधी और जवाहरलाल नेहरू ने नहीं की थी?’

कांग्रेस नेताओं द्वारा प्रियंका गांधी वाड्रा के लिए ‘इंदिरा इज बैक’ के नारे के इस्तेमाल पर रामदेव ने कहा, ‘अगर कोई पोती अपनी दादी का प्रतिरूप बनकर आये, तो यह संबंधित कुल के लिए गौरव की बात है और हम भी इसका स्वागत करेंगे। मैं तो चाहता हूं कि देश में सत्ता पक्ष के साथ विपक्ष भी सबल होना चाहिए, तभी तो लोकतंत्र मजबूत होगा।’ योग गुरु ने यह भी कहा कि पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) का भारत में विलय किया जाना चाहिए।

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