गुरुग्राम में दिन-दहाड़े हुई ये बड़ी वारदात, फिल्म फाइनेंस के बहाने बॉलीवुड निर्माता से लूटे 24.50 लाख

एक फिल्म को फाइनेंस कराने के लिए बुलाकर गनपॉइंट पर 24.50 लाख रुपये जबरन वसूलने का गुरुग्राम (Gurugram gang robs) से एक मामला सामने आया है। आरोप है कि सोहना रोड स्थित एक ऑफिस में मीटिंग के दौरान 10-12 लोगों ने मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया है।

पीड़ित से गनपॉइंट पर वसूले 24.50 लाख (फोटो-सोशल मीडिया)

गुरुग्राम से एक जबरन वसूली का एक नया मामला सामने आया है। जिसमें अपराधियों के एक समूह ने बॉलीवुड के दो फिल्म निर्माताओं से बंदूक की नोंक पर जबरन 24.5 लाख रुपये लूटे हैं। यह पूरी घटना गुरुग्राम इलाके कि बादशाहपुर जगह का हैं। आरोप है कि सोहना रोड स्थित एक ऑफिस में मीटिंग के दौरान 10-12 लोगों ने मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया है। साथ ही झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर एक फर्जी पुलिसकर्मी व सीबीआई अधिकारी ने दो पीड़ित व उसके साथियों से ड्र्ग्स सप्लाई करने को लेकर भी दवाब बनाया है।

क्या है पूरा मामला…

पुलिस के अनुसार, मामले की शिकायत दिल्ली के विजय एन्क्लेव में रहने वाले निवासी प्रवेश कुमार ने दी है। पीड़ित के अनुसार वो और उसके 2 दोस्त रविंद्र आमेर व संतोष जैन  (Ravindra Amer and Santosh Jain) जो मुंबई में फिल्म और टीवी सीरियल निर्माता हैं, मुंबई से जुलाई महीने में दिल्ली आए थे। दोनों कि मूवी फाइनेंस के सिलसिले में 10 जुलाई को दिल्ली द्वारका होटल में एक मीटिंग थी। दोनों दोस्तों के बुलाने पर पीड़ित (प्रवेश कुमार) भी इस मीटिंग में चला गया। दूसरी ओर से फिल्म फाइनेंस के सिलसिले में प्रवीन कुमार के साथ अर्जुन गुप्ता, शेर सिंह व दो अन्य लोग भी साथ आए। प्रवीन ने कहा कि वह मूवी फाइनेंस करने को तैयार है, लेकिन किसी लोकल गारंटर की गारंटी चाहिए। गारंटर के पास कम से कम 50 लाख की बैंक गारंटी होनी चाहिए।

इस बात को देखते हुए रविंद्र आमेर व संतोष जैन के दोस्त प्रवेश कुमार ने अपने दोस्तों के कहने पर उनकी गारंटी पीड़ित ने ले ली और फिर 11 जुलाई को गुड़गांव के हांगकांग मॉल में शाम 4 बजे की एक मीटिंग तय हुई। पीड़ित अपने दोस्तों को कार से लेकर गुड़गांव हांगकांग मॉल आया तो वहां तीनों से शेर सिंह मिला। उसने गुरुग्राम के वेगा स्कूल के पास सेक्टर 48 स्थित एक कार्यालय में चलकर मीटिंग के लिए कहा। जहां पहले से ही 7 लोग मौजूद थे।

फाइनेंस की चर्चा के बाद बाकि के अन्य लोगो ने पीड़ित का रेजिडेंस प्रूफ देखा और एग्रीमेंट की बात कहते हुए शेर सिंह ने किसी को कॉल कर एग्रीमेंट पेपर व टोकन मनी लाने को कहा। फिर प्रवीन ( रविंद्र आमेर व संतोष जैन से दिल्ली में मिलने वाला पहला शख्स) के साथ कुछ लोग पुलिसकर्मी की ड्रेस पहने ऑफिस आए। आते ही पीड़ित व उसके दोस्तों को खड़ाकर मोबाइल, पर्स लेकर तीनों के साथ मारपीट शुरू कर दी। फिर गनपॉइंट के दम पर एक कोरे कागज पर लिखवाया कि कार में चरस और जाली नोट रखे हैं। इसके साथ ही कागज पर साइन करा लिए। पीड़ित से आरोपियों ने करीब साढ़े 24. 5 लाख रुपये जबरन आईसीआईसीआई बैंक से पंजाब नेशनल बैंक में ट्रांसफर करा लिए। वहीं इस पूरे मामले पर बादशाहपुर थाना एसएचओ इंस्पेक्टर मुकेश (Mukesh Kumar) ने बताया कि एफआईआर दर्ज कर जांच की जा रही है।

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तृप्ति शर्मा :दो साल से मीडिया जगत में काम कर रही हूं। हर दिन कुछ नया करने की जिद है। वीडियो एडिटिंग के साथ ही फिल्मी खबरें लिखना मुझे बहुत अच्छा लगता है। कुछ और बेहतर होगा इसी उम्मीद के साथ मैं हिन्दी रश डॉट कॉम के साथ जुड़ी हूं।