जबसे कंगना रनौत ने कॉफ़ी विद करण पर करण जौहर को ‘भाई भतीजावाद’ के रूप में बुलाया तबसे लेकर अबतक बॉलीवुड में नेपोटिज्म का मुद्दा उठ गया था लेकिन इसके बाद कुछ समय के लिए अभी इसकी चर्चा बंद हुई ही थी कि हाल में ही आइफा में इस मुद्दे को लेकर सैफ अली खान, वरुण धवन और करण जौहर ने मजाक बनाया जिसके बाद ये मुद्दा और भी गहरा गया| कई लोगों ने तीनों द्वारा की गई टिप्पणियों के लिए उनका विरोध किया और कंगना के पक्ष में खड़े हुए।
हालाँकि सभी ने अपने इस मजाक के लिए माफी मांग ली| लेकिन अब सैफ ने इस मामले को एक नया मोड़ देते हुए कहा कि मीडिया की वजह से नेपोटिज्म बढ़ता है| एक प्रमुख दैनिक में एक खुले पत्र में सैफ ने कहा, “भाई-भक्तिवाद के वास्तविक झंडेदार, मैं कहूंगा कि मीडिया है। देखो वे कैसे तैमुर, शाहिद की बेटी मीशा या शाहरुख के बेटे अबराम के साथ व्यवहार करते हैं? वो उनकी फोटो खींचते हैं और उनको हाइप देते हैं| एक छोटी उम्र से, उन्हें सेलिब्रिटी होने से डील करना पड़ता है| जिनके बारे में बोलने या बात करने से पहले वे वास्तव में लायक नहीं हैं, अकेले ही समझें कि क्या हो रहा है। ”
इस बीच, सैफ ने पहले अपने बेटे तैमुर अली खान ने एक प्रमुख समाचार पोर्टल के साथ लगातार मीडिया के बारे में बात की और कहा, “तैमुर के बारे में ऐसे लिखा जाता है जैसे वह जन्म से पहले ही एल्विस हैं। और अब जब वह बढ़ रहा है, तो यह सचमुच हमारे लिए कठिन है क्योंकि माता-पिता अपने कंधों पर एक स्तर रखकर उन्हें बताते हैं कि नहीं , ‘नहीं, आप कुछ भी नहीं हैं। आपने कुछ भी हासिल नहीं किया है जब तक कि आप इसे स्वयं नहीं कर लेते।’
उन्होंने कहा, “जब वह 18 साल के होंगे, तो प्रेस खुद उसे लॉन्च करेगी। तो नेपोटिज्म कहाँ से शुरू हो रहा है| निर्माता सिर्फ एक अवसरवादी हैं वो यही कहेंगे, चलो इसे मार्केट करते हैं|”
क्या अप सैफ अली खान के बात से सहमत हैं? नीचे कमेंट्स में बताइए|