ड्रग्स लेने के बाद कैसी होती है किसी इंसान की हालत? संजय दत्त ने लोगों को सुनाई अपनी दर्दनाक दास्तान

संजय दत्त ने हाल में ही युवाओं के सामने इस बात का नारा लगाया है कि वो ना तो ड्रग्स करेंगे और ना ही करने देंगे| साथ ही साथ अपनी लाइफ की एक कड़वी सच्चाई का खुलासा भी किया|

संजय दत्त (इंस्टाग्राम)

“न ड्रग्स करूँगा और ना करने दूंगा|” कुछ इस तरह का नारा लगाते हुए नज़र आये बॉलीवुड के दमदार एक्टर संजय दत्त| उन्होंने ड्रग्स के खिलाफ एक जंग छेड़ दी है| ये नारा संजय दत्त ने चंडीगढ़ युनिवर्सिटी में भारी मात्रा में उपस्थित छात्रों  के बीच लगाया| गौरतलब है कि हाल में ही संजय दत्त के जीवन पर बनी फिल्म संजू रिलीज़ हुई थी| जिसमें उनकी लाइफ के कई पहलुओं को दिखाया गया था|

इस फिल्म में संजय दत्त के ड्रग्स में पड़ने की वजह के साथ साथ 1993 में हुए हमलों के समय हथियार रखने के लिए जेल गए थे| इस फिल्म में उनकी इस जर्नी को वैसे का वैसा ही दिखाया गया था| जेल में जानें और बाहर आने के बाद किस तरह उन्होंने खुद को संभाला? इस फिल्म में संजय दत्त के जीवन को कुछ इस तरह से बड़े परदे पर उतारा गया था |

हालाँकि संजय दत्त इस फिल्म के रिलीज़ होने के बाद पहली बार अपने ड्रग्स  लेने वाले दिनों के बारे में खुलकर बात करते हुए नज़र आये| संजय दत्त का कहना था कि वो बहुत ही भाग्यशाली थे कि उनके पास सुनील दत्त जैसा पिता थे| जिन्होंने मुश्किल वक़्त में उनका साथ दिया था|

यहां देखिये संजय दत्त का ये वायरल वीडियो-

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें संजय दत्त छात्रों को सम्बोधित करते हुए कह रहे हैं कि, “सुबह का वक्त था, और मुझे भूख लगी थी|  उस समय मेरी मां गुजर चुकी थी|  मैंने नौकर से पूछा, मैंने बोला मुझे भूख लगी है खना दे दीजिए. उसने बताया दो दिन हो गए बाबा आपने कुछ नहीं खाया, सोते रहे. मैं बाथरूम गया, मैंने अपने आपको देखा तो मरने की हालत में था|  मेरे मुंह से खून निकल रहा था, मेरे नाक से खून निकल रहा था|  वो देखकर मैं डर गया| मैं दत्त साहब के पास गया| सुबह सात बजे|  मैंने उनसे कहा कि मुझे मदद की जरूरत है मैं ड्रग्स पर हूं|  मैं एक लकी इंसान था कि दत्त साहब मेरे फादर मुझे यहां से अमेरिका ले गए|  वहां ड्रग क्योर सेंटर में मैं दो साल रहा| ”

संजय दत्त की इस दर्दनाक कहानी पर आपका क्या कहना है? नीचे कमेंट्स में बताना मत भूलिए|

संजय दत्त का वीडियो-

 

श्रेया दुबे :खबरें तो सब देते हैं, लेकिन तीखे खबरों को मजेदार अंदाज़ में आपतक पहुंचाना मुझे बहुत अच्छा लगता है। पिछले चार साल से पत्रकारिता के क्षेत्र में हूं। कुछ नया सीखने की कोशिश कर रही हूं। फिलहाल इंटरनेट को और एंटरटेनिंग बना रही हूं।