सरोज खान (Saroj Khan) बॉलीवुड की फेमस कोरियोग्राफर में से एक थी. उनकी आज यानी 21 नवंबर को बर्थडे एनिवर्सरी है. उनका 3 जुलाई 2020 को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था. भले ही सरोज खान आज हमारे बीच ना हो, लेकिन उनके कोरियोग्राफ किये गए गाने आज भी लोगों को याद हैं. सरोज खान (Saroj Khan) ने बॉलीवुड की हर बड़ी अभिनेत्री को अपने डांस मूव्स पर नचवाया है. माधुरी दीक्षित, श्रीदेवी, ऐश्वर्या जैसी दिग्गज अभिनेत्रियों ने उन्हें अपना डांस गुरू मानते थे. 40 साल के करियर में सरोज खान ने 2000 से भी ज्यादा गानों को कोरियोग्राफ किया है और तीन बार नेशनल अवॉर्ड भी जीता. प्रोफेशनल लाइफ में सरोज (Saroj Khan) भले ही कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ती गईं हों लेकिन उनकी निजी जिंदगी काफी तकलीफों से भरी हुई रही.
तो चलिए आज सरोज खान के जन्मदिन पर बताते हैं, उनसे जुड़ी कुछ बातें
सरोज खान का असली नाम
सरोज खान (Saroj Khan) का असली नाम निर्मला नागपाल था. सरोज के पिता का नाम किशनचंद सद्धू सिंह और मां का नाम नोनी सद्धू सिंह था. विभाजन के बाद सरोज खान का परिवार पाकिस्तान से भारत आ गया. सरोज ने महज 3 साल की उम्र में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया था. यह भी पढ़ें: बचपन में इस वजह से जया बच्चन ने अभिषेक और नव्या के बीच किया था भेदभाव, एक्ट्रेस ने खुद किया कुबूल!
सोहन लाल से शादी के लिए कबूल किया इस्लाम
स्कूल जाने की उम्र में सरोज (Saroj Khan) ने अपने डांस मास्टर सोहनलाल से शादी कर ली थी. उस वक्त वे नहीं जानती थीं कि सोहनलाल पहले से शादीशुदा और 4 बच्चों के पिता हैं. दोनों की उम्र में 30 साल का फासला था. शादी के वक्त सरोज की उम्र 13 साल थी. सरोज खान ने एक इंटरव्यू में भी बताया था कि ‘मैं उन दिनों स्कूल में पढ़ती थी तभी एक दिन मेरे डांस मास्टर सोहनलाल ने गले में काला धागा बांध दिया था और मेरे शादी हो गई थी.’
पहले बेटे के जन्म पर चला सच्चाई का पता
सरोज खान (Saroj Khan) ने जब पहले बेटे को जन्म दिया तब उन्हें अपने पति की पहली शादी के बारे में पता चला .1965 में उनकी दूसरे बच्चे का जन्म हुआ, जो 8 महीनों बाद ही गुजर गया. जब सोहनलाल ने सरोज के दोनों बच्चों को अपना नाम देने से इनकार किया तब दोनों की राहें अलग हो गईं. दोनों की शादी महज 4 साल ही चली. इस्लाम कबूलने को लेकरएक बार सरोज खान ने कहा था कि ‘मैंने अपनी मर्जी से इस्लाम अपनाया था. मुझे इस्लाम धर्म से प्रेरणा मिलती है. मुझपर कोई दवाब नहीं था.’यह भी पढ़ें: Bigg Boss 16: शालीन भनोट और टीना दत्ता के प्यार की सच्चाई आई सामने, घरवालों ने कहा- ‘सिर्फ अटेंशन के लिए…’
‘मिस्टर इंडिया‘ में हवा-हवाई जैसे गानो को किया कोरियोग्राफ
इसके बाद 1974 में आई ‘गीता मेरा नाम’ पहली फिल्म थी, जिसमें सरोज खान (Saroj Khan) ने कोरियोग्राफ किया था. ‘मिस्टर इंडिया’ में हवा-हवाई (1987) और1988में आई ‘तेजाब’ में एक दो तीन डांस नंबरने सरोज खान की किसम्त बदल दी. इसके बाद सरोज खान ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. अपने फिल्मी करियर में उन्होंने एक से बढ़कर एक डांस नंबर दिए हैं.
कास्टिंग काउच पर दिया विवादित बयान
इसके अलावा सरोज खान (Saroj Khan) ने कास्टिंग काउच को लेकर भी एक बयान दिया था. जिससे बॉलीवुड में खलबली मच गई थी. कास्टिंग काउच को लेकर सरोज खान ने विवादित बयान था. जिसमें उन्होंने कहा था कि फिल्म जगत की यह प्रथा पुराने समय से चली आ रही है. इसमें कोई भी नई बात नहीं है. कम से कम फिल्म जगत में रेप के बाद रोजी-रोटी मिलती है, ऐसे छोड़ तो नहीं दिया जाता. सरोज खान (Saroj Khan) के इस विवादित बयान से सोशल मीडिया पर हड़कंप मच गया. लोगों ने इस बयान को अपमानजनक बताते हुए और इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए कमेंट बॉक्स में सरोज खान को जवाब दिया कि अनपढ़ लेडी
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