बॉलीवुड की प्रसिद्ध सिंगर अनुराधा पौडवाल (Anuradha Paudwal) को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। केरल की 45 वर्षीय महिला के दावे पर तिरुवनंतपुरम फैमिली कोर्ट में चल रहे मुकदमे पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है।
सुप्रीम कोर्ट ने तिरुवनंतपुरम फैमिली कोर्ट में याचिकाकर्ता करमाला मोडेक्स को एक नोटिस भी जारी किया है। बता दें इस केस को लेकर अनुराधा पौडवाल ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर मामले को तिरुवनंतपुरम फैमिली कोर्ट से मुंबई फैमिली कोर्ट में ट्रांसफर करने के मांग की थी।
क्या है पूरा मामला?
बता दें कुछ दिनों पहले केरल की एक 45 वर्षीय महिला ने दावा किया था कि वह अनुराधा पौडवाल की बेटी है। इसको लेकर महिला ने जिला परिवार कोर्ट में शिकायत भी दर्ज कराई थी। महिला ने दावा किया कि गायिका अनुराधा पौडवाल ने जन्म के बाद उसे किसी और को सौंप दिया था।
महिला ने कहा था कि उसका जन्म 1974 में हुआ। केरल के तिरुवनंतपुरम की रहने वाली एक 45 वर्षीय महिला ने जिला परिवार कोर्ट में इसको लेकर शिकायत भी दर्ज कराई थी।
महिला ने आगे कहा कि अनुराधा पौडवाल उस समय मेरी परवरिश करना नहीं चाहती थी। इसलिए उन्होंने मुझे मैं चार दिन की थी किसी और को सौंप दिया। लगभग चार पांच साल पहले मेरे पिता ने मुझे बताया कि मेरी बायोलॉजिक मां अनुराधा पौडवाल हैं। पोन्नाचन (महिला के पिता), उस समय महाराष्ट्र में सेना में तैनात थे और उनकी गायिका के साथ दोस्ती थी।