बॉलीवुड के किंग शाहरुख खान को लंदन की लॉ यूनिवर्सिटी ने डॉक्टरेट की उपाधि देकर सम्मानित किया है। शाहरुख खान को ये उपाधि यूनिवर्सिटी की ग्रेजुएशन सेरेमनी के दौरान गुरुवार को दी गई। उनके अलावा 350 ग्रेजुएट छात्रों को भी डिग्रियां दी गई। शाहरुख खान की ये कोई पहली डॉक्टरेट की डिग्री नहीं हैं, इससे पहले साल 2016 में हैदराबाद की मौलाना आजाद यूनिवर्सिटी ने उन्हें डॉक्टरेट की उपाधि से नवाज चुकी है।
शाहरुख खान ने कहा कि उनको जो विश्व ने दिया है वह उसे लोगों को वापसी देना चाहते हैं। उन्होंने ये डॉक्टरेट की उपाधि मिलने पर खुशी जताई है और इस मुकाम तक पहुंचाने में साथ देने वाले का शुक्रिया अदा किया है। उन्होंने एक्टिंग के अलावा भारत में मानवाधिकारों का वकालत और प्रचार किया जिसके लिए उन्हें लोगों ने काफी प्यार दिया। उन्होंने पल्स पोलियो और नेशनल एड्स कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन के सहित भारतीय सरकार के समर्थन में कई प्रचार किए हैं। उन्होंने मेक-ए-विश फाउंडेशन सहित चैरिटेबल फाउंडेशन के साथ काम किया है।
चुपचाप करना चाहिए चैरिटी का काम
शाहरुख खान ने एक बयान में कहा कि उन्हें लगता है कि चैरिटी को चुपचाप और गरिमा के साथ करना चाहिए। अगर कोई अपनी चैरिटी के बारे में बताता है तो इससे उसका उद्देश्य खत्म हो जाएगा। वह हमेशा अपना स्टेटस एक पब्लिक पर्सनेलिटी के तौर पर रखना चाहते हैं क्योंकि वह उनके दिल के काफी करीब है। उन्होंने कहा कि वह सक्रिय तौर पर महिला सशक्तिकरण, वंचितों और सामान्य मानवाधिकारों के लिए काम करते हैं।
एसिड अटैक सर्वाइवर्स के लिए काम करने पर मिला क्रिस्टल अवार्ड
शाहरुख खान ने बीते सालों में अपने आप को एक सफल एक्टर और फिल्म प्रोड्यूसर साबित किया है।आपको बता दें कि शाहरुख खान एसिड अटैक से पीड़ित लोगों के लिए गैर सरकारी संगठन मीर फाउंडेशन चलता हैं। साल 2018 में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में उन्हें एसिड अटैक सर्वाइवर्स के लिए काम करने के लिए क्रिस्टल अवार्ड से सम्मानित भी किया गया है।
यहां देखिए शाहरुख खान सुनाई गरीबी भरे बचपन की कहानी…