कंगना रनौत ने उन कलाकारों में से हैं जिन्होंने सिर्फ अपने टैलेंट के दम पर ही नहीं, बल्कि उससे कहीं ज्यादा बढ़कर डायरेक्शन और राइटिंग में अलग मुकाम हासिल किया है। उन्होंने फिल्म मणिकर्णिकाः द क्वीन ऑफ झांसी से डायरेक्शन की दुनिया में कदम में रखा। इस फिल्म के जरिए उन्होंने बॉलीवुड में व्याप्त रूढ़िवादी सोचों को तोड़ा और एक अच्छा सिनेमा लोगों को दिया।
बॉलीवुड के कई सितारें कंगना रनौत की कामयाबी पर बोलने से बचते हैं, लेकिन एक्टर से नेता बने शुत्रघ्न सिन्हा से जब पूछा गया कि वह मणिकर्णिका और कंगना रनौत के बारे में क्या सोचते हैं तो उन्होंने कहा कि वह कंगना रनौत से काफी प्रभावित हैं, वह रानी की झांसी की तरह बहादुर महिला हैं। उन्होंने खुद को एक मजबूत महिला तौर पर स्थापित किया हैं, उनकी किसी पुरुष से भी तुलना नहीं की जा सकती है।
कंगना रनौत पर पुरुष जैसा होने का लेबेल लगाने की जरूरत नहीं
शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि एक मजबूत महिला की मजबूती को किसी पुरुष का लेबेल देने की जरूरत नहीं है। रानी की झांसी सिर्फ आदर्श व्यक्तित्व नहीं थी, बल्कि वह एक स्वतंत्रता सेनानी भी थी। वह एक निडर लड़ाका थी, जो अपने देश के लिए जिया और शहीद हुईं। वह भारत की गर्वित बेटी थी।
बॉलीवुड के किसी भी कलाकार को टक्कर दे सकती हैं
शत्रुघ्न सिन्हा से जब कंगना रनौत के परफॉर्मेंस के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कंगना रनौत ने अपने आप को पहचान दिलाई है। उसने पुरुष प्रधान इंडस्ट्री में पुराने रिवाजों से अलग जाकर अपने नियम बनाए हैं। वह किसी भी एक्टर-एक्ट्रेस को कड़ी टक्कर दे सकती हैं। वह सम्मान और यहां तक कि पारिश्रमिक भी बराबर का प्राप्त करती हैं, जिसके वे योग्य हैं। कंगना रनौत महिला सशक्तीकरण की एक आदर्श हैं।
बॉलीवुड में भाई-भतीजावाद के खिलाफ
आपको बता दें कि कंगना रनौत ने फिल्म गैंगस्टर से बॉलीवुड में कदम रखा था। इस फिल्म में एक्टिंग के लिए उन्हें नेशनल अवार्ड भी मिला था। इस मुकाम तक पहुंचने के लिए कंगना रनौत ने काफी संघर्ष किया है। आज वह बॉलीवुड की टॉप मोस्ट एक्ट्रेस हैं। इतना ही नहीं, बॉलीवुड में व्याप्त भाई-भतीजावाद के खिलाफ भी अक्सर बोलती रहती हैं।
यहां देखिए कंगना रनौत का वीडियो…