फिल्म इंडस्ट्री को लेकर अक्सर कई तरह की बातें सामने आती हैं। कोई इसे बहुत अच्छा बताता है तो कोई इसे बहुत गंदी जगह कहता है। वहीं अब एक्ट्रेस शर्लिन चोपड़ा (Sherlyn Chopra) ने फिल्म इंडस्ट्री को लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया है। शर्लिन ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर इसको लेकर एक वीडियो भी पोस्ट की है। जिसे मात्र कुछ ही घंटों में अबतक हजारों लोगों ने देख लिया है।
शर्लिन चोपड़ा ने कास्टिंग काउच (Casting Couch) को लेकर खुलकर बात की है। शर्लिन ने बताया कि फ़िल्मी करियर के शुरुआत में उन्हें काम के लिए क्या-क्या सहन करना पड़ा। शर्लिन ने बताया कि फिल्मी दुनिया में कास्टिंग काउच के लिए कौन सा कोड वर्ड यूज किया जाता है। शर्लिन ने फिल्म इंडस्ट्री कको लेकर कहा कि ये ग्लैमर दुनिया बिलकुल अलग दुनिया है।
शर्लिन चोपड़ा ने कास्टिंग काउच को लेकर अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो भी शेयर किया है। जिसमें वह एक रैप गा रही हैं। इस वीडियो के साथ शर्लिन ने कैप्शन में लिखा है “जब मैं ने हिंदी फ़िल्म इन्डस्ट्री में पहला कदम रखा था, तब नहीं मालूम था कि यहाँ निर्देशक और निर्माता से काम माँगने पर “डिनर” का प्रस्ताव रखा जाता है.. “डिनर” का दूसरा मतलब क्या होता है, ये किसी कोचिंग सेंटर में नहीं सिखाया जाता है.. इसलिए, समझने में थोड़ा वक़्त लगा.. और जब समझ में आया तब यह तय किया कि मैं कॉन्टेंट क्रिएटर बनूँगी ताकि किसी प्रोड्यूसर या डिरेक्टर से काम माँगना न पड़े.. चोट पे चोट मारी, उनका शुक्रिया, पत्थर से मूरत बना दिया।”
इसी के साथ ही मीडिया से बात करते हुए शर्लिन चोपड़ा ने बताया कि जब वह अपने करियर की शुरुआत कर रही थीं तो उन्हें फिल्म मेकर ने आधी रात को ‘डिनर’ पर बुलाया था। शर्लिन ने बताया कि शुरूआत में जब मैंने फिल्मी दुनिया में कदम रखा था और कोई मुझे नहीं जानता था। मैं फिल्म निर्माताओं से अप्रोच करती थी कि वह मेरी क्षमता देखेंगे। जिसे मैं खुद अपने अंदर देखती हूं। मैं अपने पोर्टफोलिया के साथ उनके पास जाती थी और वह मुझसे कहा थे ‘अच्छा ओके, ठीक है। हम ‘डिनर’ पर मिलते हैं।
इसी के साथ शर्लिन ने बताया की ‘डिनर’ को लेकर मुझे लगता था कि शायद ये वहीं डिनर होगा, जिसको हम सब बचपन से जानते हैं। इसलिए मैं पूछती थी कि मुझे डिनर पर कब आना चाहिए तो वह मुझे रात को 11-12 बजे बुलाते थे। उसके बाद मुझे समझ आया कि ‘डिनर’ से उन लोगों को असली मतलब कंप्रोमाइज होता था। फिल्म इंडस्ट्री में ‘डिनर’ का मतलब है, ‘मेरे पास आओ बेबी।’
उसके बाद से मुझसे उस कोड वर्ड के साथ बात करते थे तो मैं साफ़ कहती थी ‘मैं डिनर नहीं करती हूं, मेरा डायट चल रहा है। आप ब्रेकफास्ट पर बुला लो या लंच पर। लेकिन उसके बाद उनका कभी कोई जवाब नहीं आता था। बॉलीवुड में कास्टिंग काउच को लेकर इससे पहले भी कई बार ऐसे बयान सामने आ चुके हैं।