बॉलीवुड के मशहूर सिंगर मुकेश (Mukesh Birthday) का आज जन्मदिन है। राजेश खन्ना से लेकर राज कपूर (Raj Kapoor) तक, ऐसा कोई सुपरस्टार नहीं होगा जिसे इस सिंगर ने अपनी आवाज नहीं दी होगी। 22 जुलाई 1923 में जन्में मुकेश कई सुपरहिट गानों को अपनी आवाज दी है, जो आज के दौर में भी बेहद पसंद किए जाते हैं। उनकी खूबसूरत आवाज किसी भी गाने में जान डाल देती थी।
लेकिन सिंगर अपने 40 साल के लंबे करियर में 1300 से ज्यादा गाने गए थे। उन्हें बचपन से ही गानों का शौक था। उन्होंने सिंगिंग के अलावा, फिल्मों में भी काम किया है। इतना ही नहीं, इनकी बॉलीवुड में एंट्री की कहानी भी काफी दिलचस्प है। उनके जन्मदिन के मौके पर जानिए सिंगर की ऐसी ही अनसुनी (Mukesh Unknown Facts) बातें।
1. मुकेश का पूरा नाम मुकेश चंद्र माथुर था। ये 10 भाई-बहन में छठे नंबर पर थे। उनके पिता जोरावर चंद्र माथुर पेशे से इंजिनियर थे। उनकी मां का नाम चंद्रानी माथुर था।
2. उन्होंने 22 जुलाई 1946 में सरला त्रिवेदी रायचंद से शादी की थी। दोनों ने भागकर मंदिर में सात फेरे लिए थे क्योंकि सरला के पिता जो कि काफी पैसे वाले थे वो इस शादी के लिए राजी नहीं थे। इन दोनों कपल के 5 बच्चे हैं।
3. इस सिंगर ने 10वीं के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी और पीडब्लूडी में नौकरी करने लगे थे। बॉलीवुड में गाने से पहले उन्होंने वाइस ओवर रिकॉर्डिंग के साथ भी कई एक्सपेरिमेंट किए थे।
4. सिंगिंग के अलावा, मुकेश ने फिल्मों में भी काम किया है। उन्होंने 1941 में आई फिल्म निर्दोष से एक्टिंग डेब्यू किया था। इसके बाद उन्होंने ‘माशूका’ और ‘अनुराग’ जैसी कई फिल्मों में काम किया, लेकिन इसमें उन्हें सफलता नहीं मिली।
5. इनके सिंगर बनने की कहानी दिलचस्प है। एक बार वो अपने दूर के रिश्तेदार मोतीलाल की बहन की शादी में गाना गा रहे थे। इस दौरान मोतीलाल को उनकी आवाज काफी पसंद आई और वो उन्हें मुंबई लेकर आए। यहां उन्होंने उनके रियाज का पूरा इंतजाम किया।
6. उन्हें पहली बार 1945 में फिल्म पहली नजर में गाने का मौका मिला था। उन्होंने अपना पहला ‘गाना दिल जलता है तो जलने दे’ गया था। इसके अलावा, 1951 में आई फिल्म मल्हार के निर्माता भी रह चुके हैं।
7. मुकेश शुरुआत में सिंगर के एल सहगल के स्टाइल में गाते थे। उनकी आवाज हूबहू उनसे मिलती थी। एक बार उनके गाने को सुनकर के हूबहू आवाज मिलने की वजह से के एल सहगल चौंक गए थे।
8. हालांकि, बाद में नौसाद अली ने मुकेश को अपना सिंगिंग स्टाइल बनाने में मदद की और के एल सहगल के स्टाइल से बाहर निकलने में मदद की।
9. इस सिंगर को 1974 में नेशनल अवार्ड भी मिल चुका है। उन्हें फिल्म रंजनीगंधा के गाने ‘कई बार यूं ही देखा है’ के लिए ये अवार्ड मिला था।
10. इनके गानों ने राज कपूर के करियर को नई ऊंचाई दी थी। साल 1976 में मुकेश का यूएस में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। मुकेश की मौत की खबर सुनकर राज कपूर को गहरा सदमा लगा। उन्होंने कहा- ‘मुकेश के जाने से मेरी आवाज और आत्मा दोनों चली गईं।’
वीडियो में देखिए मुकेश के 100 बेहतरीन गाने…