पीरियड्स वाले बयान पर फंसी स्मृति ईरानी, बचाव में खुद के मुंह पर चिपकाया टेप-रस्सी से बांधा

स्मृति ईरानी ने खुद को रस्सी से बांध कर, मुंह पर टेप चिपका कर एक फोटो पोस्ट किया है। सबरीमाला मंदिर पर दिए विवादित बयान पर सफाई पेश की हैं।

भारतीय जनता पार्टी की मंत्री स्मृति ईरानी के सबरीमाला मंदिर पर विवादित बयान दिया। इसके बाद सोशल मीडिया पर ट्रोल होने लगीं। इसके बाद जब कुछ जवाब नहीं सुझा तो कलाकार वाले दिमाग से नया आईडिया इजाद किया। गुरुवार को एक फोटो पोस्ट कीं। इस फोटो में स्मृति ईरानी खुद को रस्सी से बांधी हैं। इनके मुंह पर टेप चिपका हुआ है। ये फोटो पोस्ट होते ही सोशल मीडिया पर एक बार फिर बवाल मचा। इस फोटो के कारण फिर से वह ट्रोल हो गईं। इसको लेकर अभी तो स्मृति ईरानी की ओर से कोई जवाब नहीं आया है। देखना है कि स्मृति ईरानी का अगला बयान क्या आता है।

गुरुवार को स्मृति ईरानी का ये मुंह पर टेप चिपका-रस्सी से बंधा फोटो ये बता रहा है कि अब खामोश रहना ठीक है। इसके साथ उन्होंने कैप्शन लिखा है, ‘हम बोलेंगे तो बोलेगा कि बोलता है…’ और तीन चार प्रकार के इमोजी भी पोस्ट किए हैं। इस फोटो को देखकर आपको हंसी भी आ सकती है। इसके बाद क्या था सोशल मीडिया पर बहस करने वालों को एक नया मुद्दा मिल गया। लोगों ने कमेंट में लिखा है कि तो क्या हमें एलपीजी गैस, पेट्रोल, महंगाई आदि पर बात करने का कोई अधिकार नहीं। इतना ही नहीं इस दौरान स्मृति ईरानी के पुराने विवादित कमेंट को भी लोग पोस्ट कर सवाल करने लगे। अभी तक इस पोस्ट को 13 हजार से अधिक लोगों ने लाइक-कमेंट किया है।

स्मृति ईरानी ने क्या कहा था
सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को लेकर लंबे समय से सुनवाई चल रही थी। इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया था। महिलाओं के प्रवेश को मंजूरी दी। इसके बाद भी विवादों का दौर चलता रहा। इस बात स्मृति ईरानी ने कहा था कि यदि कोई महिला पीरियड्स वाले खून से सना सैनेटरी नैपकीन अपने दोस्त के घर ले जाएगा तो कैसा लगेगा। एक मंत्री की ओर से ऐसे बेतुके बयान मिलने पर भला कौन सवाल नहीं करेगा। यानी कि एक प्रकार से मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को लेकर स्मृति ईरानी का स्टैंड साफ नहीं दिख रहा था। लेकिन इस बयान के बाद स्मृति ईरानी को ट्रोल किया गया। फिर जवाब में इस तरह का पोस्ट आया। इस पर भी स्मृति ईरानी खुद घिर गई हैं।

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रवि गुप्ता :पत्रकार, परिंदा ही तो है. जैसे मैं जन्मजात बिहारी, लेकिन घाट-घाट ठिकाने बनाते रहता हूं. साहित्य-मनोरंजन के सागर में गोते लगाना, खबर लिखना दिली तमन्ना है जो अब मेरी रोजी रोटी है. राजनीति तो रग-रग में है.