कैंसर के बाद काम पर लौटीं सोनाली बेंद्रे, डायरेक्टर शूजीत सरकार के साथ शुरू की शूटिंग

सोनाली बेंद्रे ने डायरेक्टर शूजीत सरकार के साथ एक विज्ञापन का शूट किया है, जिसकी जानकारी उन्होंने एक भावुक पोस्ट के जरिए दी। सोनाली ने कहा कि इतने महीनों बाद कैमरा फेस करने का अनुभव बयां नहीं कर सकती।

अपने बेटे के साथ सोनाली बेंद्रे। (साभारः सोनाली बेंद्रे इंस्टाग्राम)

एक्ट्रेस सोनाली बेंद्रे के फैंस के लिए खुशखबरी है। न्यूयॉर्क में कैंसर से चार महीने की जंग जीतने के बाद उन्होंने एक गुड न्यूज इंस्टाग्राम पर शेयर की है। कहती है कि यह एक असली एहसास है। सोनाली ने एक ब्रांड कैंपेन की शूटिंग की, जिसका अभी छुपा रखा है। फिल्म निर्माता शूजीत सरकार ने विज्ञापन का निर्देशन किया है।

सोनाली ने अपने एक फोटो शेयर कर उस पर एक काफी बड़ा कैप्शन लिखा है। फोटो में उन्होंने व्हाइट ड्रेस के साथ स्लीवलेस डेनिम जैकेट पहना पहना हुआ था और पैरों में एक फंकी स्नीकर पहना हुआ था। उन्होंने लिखा, ‘लंबे आराम के बाद सेट पर वापसी आई हूं। इस बीच मेंरी कई तरीकों से अलग-अलग स्तर पर टेस्टिंग हुई हैं। मैं बता नहीं सकती कि वापस एक्शन में लौटते वक्त कैसा महसूस हो रहा है।’

इमोशन हाई लेवल पर

सोनाली बेंद्रे ने लिखा, ‘वापस काम पर लौटकर कैसा लगता है ये समझाने के लिए मेरे पास कोई शब्द नहीं हैं। क्योंकि कोई भी शब्द इस इमोशन के साथ न्याय नहीं कर पाएंगे। कैमरा फेस करना और एक्सप्रेशन देना। यह देखते हुए कि मेरी भावनाएं पिछले कुछ महीनों से हाई लेवल पर चल रही हैं, उन भावनाओं को देना अच्छा लगता है जो जॉब की जरूरत होती हैं।’

यहां देखिए सोनाली बेंद्रे का पोस्ट

आपको बता दें कि सोनाली बेंद्रे काफी समय से कैंसर की गंभीर बीमारी से जूझ रही थीं। जब उन्हें इस बीमारी का पता चला था तब उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए अपने फैंस को भी ये जानकारी दी थी, जिसके बाद सभी हैरान हो गए थे। बिमारी का इलाज करवाने के लिए वह न्यूयॉर्क गई थीं। भारत आने पर उन्होंने एक भावुक पोस्ट के साथ अपनी पीड़ा और अनुभव बताए। भारत आने पर बॉली वुड के कई सितारें उनसे मिलने भी पहुंचे।

यहां देखिए सोनाली बेंद्रे की तस्वीरें…

 

यहां देखिए हिंदी रश का लेटेस्ट वीडियो….

रमेश कुमार :जाकिर हुसैन कॉलेज (डीयू) से बीए (हॉनर्स) पॉलिटिकल साइंस में डिग्री लेने के बाद रामजस कॉलेज में दाखिला लिया और डिपार्टमेंट ऑफ पॉलिटकल साइंस में पढ़ाई की। इसके बाद आईआईएमसी दिल्ली।