सोनचिड़िया एक्टर रणवीर शौरी ने मेनस्ट्रीम फिल्मों पर कसा तंज, कहा- राजनीति करने का अड्डा बन गया है बॉलीवुड

46 वर्षीय रणवीर शौरी रणवीर शौरी ने बताया कि उनके पिता के. डी शौरी भी बॉलीवुड से जुड़े हुए थे। उन्होंने कई फिल्मों प्रोड्यूस किया है। यह बात भी उनके फिल्मी करियर को प्रभावित करती हैं।

सोनचिड़िया के अभिनेता रणवीर शौरी

फिल्म ‘सोनचिड़िया’ के में डाकू बने रणवीर शौरी ने अपने जीवन से जुड़ी कई चीजों का खुलासा किया है। उन्होंने फिल्म सोनचिड़िया के प्रमोशन के दौरान कहा कि मैन स्ट्रीम फिल्में अब राजनीति का अड्डा बन गई है। मुख्य धारा की फिल्में भी अब मुख्य मुद्दे नहीं उठाती हैं। फिल्ममेकरर्स अब राजनीति से प्रेरित होकर फिल्में बनाते हैं।

जूम टीवी डॉट कॉम को दिए इंटरव्यू में रणवीर शौरी से जब पूछा गया कि वह मुख्य धारा की फिल्मों में नजर नहीं क्यों नहीं आते? इस पर उन्होंने जवाब दिया,’आज बॉलीवुड की फिल्में राजनीति का अड्डा बन गया है। फिल्में बनाने से ज्यादा राजनीति की जाती है।’ रणवीर शौरी ने 15 वर्षीय फिल्मी करियर में कई फिल्मों में काम किया है।

46 वर्षीय रणवीर शौरी रणवीर शौरी ने बताया कि उनके पिता के. डी शौरी भी बॉलीवुड से जुड़े हुए थे। उन्होंने कई फिल्मों प्रोड्यूस किया है। यह बात भी उनके फिल्मी करियर को प्रभावित करती हैं। रणवीर शौरी ने बताया की जब से उनके बेटे हारुन शौरी का जन्म हुआ हैं , उस समय से उन्होंने अपने फिल्में चुनने के तरीकों में काफी बदलाव किया है।

फिल्म ‘सोनचिड़िया’ डाकू मान सिंह और गैंग पर आधारित है, जिसका निर्देशन अभिषेक चौबे ने किया है। इस फिल्म में सुशांत सिंह राजपूत , भूमि पेडनेकर, मनोज वाजपेयी, रणवीर शौरी और आशुतोष राणा मुख्य भूमिका में नजर आएंगे। इस फिल्म का निर्माण आरएसवीपी नोवीएस के बैनर तले हुआ है। इस फिल्म का नाम ‘सोनचिरैया’ चम्बल के जंगल में पाए जाने वाले एक पंछी के नाम पर रखा गया है।

इस शुक्रवार को इस फिल्म के साथ-साथ लक्ष्मण उटेकर के निर्देशन में बनी फिल्म ‘लुका छुपी’ भी रिलीज हो रही है। जिसमें कार्तिक आर्यन और कृति सेनन ने मुख्य भूमिका नजर आएंगे। यह ‘ लिव इन रिलेशनशिप ‘ पर केंद्रित फिल्म हैं , जो आज के युवा दर्शकों को का

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रत्नेश मिश्रा :बचपन से ही इंजीनियर बनने का सपना था. इसे पूरा करने के लिए इंजीनियरिंग की पढ़ाई की, लेकिन खबरों के प्रति ललक ने जर्नलिस्ट बना दिया. बीटेक के बाद जर्नलिज्म किया. उसके बाद अब पत्रकारिता में ही मन रम गया है.