Bollywood News: 80 और 90 के दशक की बात करें तो उस वक्त बॉलीवुड के बड़े पर्दे पर किसी फिल्म की सफलता का पता इस बात से चलता था कि वह फिल्म सिनेमाघरों में कितने दिन तक चली, वहीं अगर बात आज के दौर की की जाए तो किसी भी फिल्म की सफलता का पता इस बात से किया जाता है कि उसने बॉक्स ऑफिस पर कितनी कमाई की. बॉलीवुड की वर्तमान स्थिति को देखते हुए फिल्म निर्माता एसएस राजामौली (SS Rajamouli) ने फिल्म निर्माताओं के अड्डे पर बातचीत करते हुए हिंदी सिनेमा पर अपनी बात रखी.
सफल होने की भूख
फिल्म निर्माता एसएस राजामौली (SS Rajamouli) ने साल 2022 में अपनी फिल्मों से काफी अच्छा प्रदर्शन किया. उनकी फिल्म ‘आरआरआर’ एक ब्लॉकबस्टर फिल्म साबित हुई जिसने गोल्डन ग्लोब्स से लेकर ऑस्कर 2023 के नामांकन की चर्चा में अपनी जगह बनाई. राजमौली ने कहा कि, “क्या हुआ जब कॉरपोरेट्स ने हिंदी फिल्मों में आना शुरू किया और अभिनेताओं, निर्देशकों, कंपनियों को उच्च शुल्क देना शुरू कर दिया, सफल होने की भूख थोड़ा कम हो गई”. यह भी पढ़ें: Katrina Kaif: क्या प्रेग्नेंट है कैटरीना कैफ? इस वीडियो के जरिए हुआ खुलासा
स्टार्स का पैसों के प्रति झुकाव
एसएस राजामौली (SS Rajamouli) की बातों का इशारा साफ था कि हिंदी सिनेमा के निर्देशकों और स्टार्स का पैसों के प्रति झुकाव हिंदी सिनेमा के स्तर को गिराने का कारण बन सकता है. हालांकि बात राजमौली की करें तो साल 2023 उनके लिए काफी अच्छा गया, उनकी फिल्म ‘आरआरआर’ को 2023 गोल्डन ग्लोब्स के लिए नामांकित किया, इतना ही नहीं ऑस्कर 2023 के लिए 15 श्रेणियों में ‘आरआरआर’ भी शामिल है.
न्यूयॉर्क फिल्म क्रिटिक्स सर्कल अवॉर्ड्स
एसएस राजामौली (SS Rajamouli) को साल 2022 में सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के लिए न्यूयॉर्क फिल्म क्रिटिक्स सर्कल अवॉर्ड्स से भी नवाजा गया, इसी के साथ उन्हें फिल्म क्रिटिक्स सर्कल में सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय चित्र का पुरस्कार भी दिया गया था. राजमौली ने हिंदी सिनेमा में साल 2022 में हुई गलतियों पर अपने विचार रखते हुए साथियों के साथ बातचीत की थी, जिस दौरान उन्होंने कहा कॉरपोरेट्स के आने से फिल्म अभिनेता और निर्देशकों में सफल होने की भूक कम हो गई है.
यह भी पढ़ें: क्या मलाइका अरोड़ा अपने एक्स हस्बैंड अरबाज खान के साथ हो गई थी बोर? एक्ट्रेस ने किया बड़ा खुलासा!
बॉलीवुड और टीवी की अन्य खबरों के लिए क्लिक करें: