फिल्म स्टूडेंट ऑफ द ईयर 2 के डायरेक्टर पुनीत मल्होत्रा ने इस वजह से की टाइगर श्रॉफ की तारीफ

टाइगर श्रॉफ, अनन्या पांडे और तारा सुतारिया की फिल्म 'स्टूडेंट ऑफ द ईयर 2' का निर्देशन पुनीत मल्होत्रा ने किया है। फिल्म 10 मई को रिलीज होने के लिए तैयार है।

'स्टूडेंट ऑफ द ईयर 2' फिल्म का निर्देशन पुनीत मल्होत्रा ने किया है। (फोटो- इंस्टाग्राम)

टाइगर श्रॉफ, अनन्या पांडे और तारा सुतारिया की फिल्म ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर 2’ की रिलीज में अब कुछ ही दिन बाकी रह गए हैं। फिल्म का ट्रेलर और सभी गाने काफी पसंद किए जा रहे हैं। मंगलवार को फिल्म का नया गाना ‘हुक अप सॉन्ग’ लॉन्च किया गया। फिल्म के डायरेक्टर पुनीत मल्होत्रा टाइगर श्रॉफ के काम से काफी प्रभावित हैं। उन्होंने बताया कि फिल्म में कबड्डी के खेल में परफेक्ट होने के लिए टाइगर ने कितनी मेहनत की थी।

हमारी सहयोगी वेबसाइट ‘पिंकविला’ से खास बातचीत में पुनीत मल्होत्रा ने कहा, ‘हमारी फिल्म में कबड्डी का खेल इसलिए रखा गया क्योंकि ये खेल हमारे दिलों से जुड़ा है और ये खेल हमारी संस्कृति से भी ताल्लुक रखता है। किसी ने भी इससे पहले इस खेल को बड़े पर्दे पर इस तरह से देखा होगा। ये खेल दो टीमों द्वारा हाथों से किया गया मुकाबला है। ये खेल आपके भीतर रोमांच पैदा करता है और इसलिए हमने फिल्म में कबड्डी को बतौर खेल चुना।’

उन्होंने आगे कहा, ‘टाइगर श्रॉफ ने इस खेल को सीखने के लिए बहुत मेहनत की। मैं दावे से कह सकता हूं कि टाइगर के पास जो कला है वो शायद इस देश में किसी के पास नहीं है। टाइगर ने अपना सब कुछ फिल्म में झोक दिया। हमने कबड्डी के लिए करीब दो महीने की ट्रेनिंग रखी थी। बहुत लोगों को चोट लगी। टाइगर को भी काफी चोटें लगीं, लेकिन वह मेहनत करते रहे, पीछे नहीं हटे। रिजल्ट से मैं खुश हूं। प्रो कबड्डी लीग के खिलाड़ियों को बुलाया गया था। हमने दुनियाभर के कबड्डी में मास्टर्स से इस खेल की बारीकियां सीखीं।’

बताते चलें कि ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर 2’ 10 मई को रिलीज हो रही है। अनन्या पांडे और तारा सुतारिया इस फिल्म से बॉलीवुड में कदम रख रही हैं। करण जौहर फिल्म के निर्माता हैं। साल 2012 में आई फिल्म ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ का निर्देशन खुद करण जौहर ने किया था। इस फिल्म से वरुण धवन, आलिया भट्ट और सिद्धार्थ मल्होत्रा ने बॉलीवुड में डेब्यू किया था।

देखें ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर 2’ का नया गाना ‘हुक अप सॉन्ग’…

राहुल सिंह :उत्तराखंड के छोटे से शहर हल्द्वानी से ताल्लुक रखता हूं। वैसे लिखने को बहुत कुछ है अपने बारे में, लेकिन यहां शब्दों की सीमा तय है। पत्रकारिता का छात्र रहा हूं। सीख रहा हूं और हमेशा सीखता रहूंगा।