देश में पिछले साल सितंबर के दौरान मीटू मूवमेंट अपने चरम पर था। मीटू मूवमेंट के तहत बॉलीवुड से जुड़े कई बड़े एक्टर, डायरेक्टर और प्रोड्यूसर पर यौन शोषण के आरोप लगे। लेकिन सनी देओल ने इस दौरान कुछ ऐसा कहा था जिससे कि सभी ने उनकी टिप्पणी को गैर-जिम्मेदाराना बताया था। उन्होंने कहा था कि दुनिया जैसी है वैसी ही रहेगी। इन सब चीजों के लिए किसी को निशाना नहीं बना सकते। उन्होंने कहा था कि किसी को भी इन सब मामले में पड़ने की जरुरत नहीं है।
हाल ही में जूम टीवी को दिए एक इंटरव्यू में उनके पुराने विवादित बयान के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वे हमेशा विश्वास करते हैं कि अगर कोई चीज गलत है तो गलत होगा और सही है तो सही होगा। वह महिलाओं का सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा, ‘जिस तरह से मैं हूं, वैसा ही हमारा परिवार है। जब मैं फिल्में कर रहा था, मैं एक लड़का हूं होता था मेरी बहन आती है और मुझे बताती है। एक लड़के ने उसे गलत तरीके से छुआ, तो मैं उसका हाथ उखाड़ देता हूं।’
ऐसे लोगों से नहीं करना चाहिए इंटरेक्ट
इस पर हर कोई कहता है कि तुम ऐसा कैसे कर सकते हो, तो वह कहते हैं कि अगर किसी ने उनकी बहन को छुआ तो वह उसका हाथ उखाड़ देंगे। इसलिए उन्हें लगता है कि जो गलत है, वो गलत है। उन्होंने कहा कि ये सबकी अपनी समझ होती है। सब इसके बारे में जानते हैं, तो लोगों को इससे बाहर निकलना चाहिए। यह उनका फैसला होता है कि वह इस तरह (यौन दुर्व्यवहार करने वाले) के लोगों से बचना चाहिए और उनके साथ इंटरेक्ट नहीं करना चाहिए।
मूवमेंट का ना हो गलत इस्तेमाल
सनी देओल ने कहा,’मैं मानता हूं सब कुछ सही होता है लेकिन अगर गलत इस्तेमाल होगा तो मैं पसंद नहीं करूंगा। हर मूवमेंट का गलत इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। क्योंकि फिर ये हो जाता है, उसने ये कह दिया, उसने वो कह दिया और बात कहां से कहां तक चली जाती है, पता नहीं। जो चीज गलत है वो गलत है और वो कभी नहीं बदल सकती। जिन्हें लगता है उसे(आरोपी) सजा मिलनी चाहिए तो, उसे सजा दो।’
यहां जानिए क्या है मीटू मूवमेंट…