दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने बॉलीवुड अभिनेत्री सनी लियोनी पर बन रही फिल्म के नाम में ‘कौर’ शब्द के प्रयोग पर कड़ी आपत्ति जताई है। साथ ही निर्माता सुभाष चंद्र को चेतावनी दी है कि वह या तो इस शब्द को फिल्म के नाम से हटा लें या फिर सिख भावनाओं को ठेस पहुंचाने पर नतीजा भुगतने के लिए तैयार रहें। जबकि सनी लियोनी को सिख समाज की तरफ से मिली चेतावनी की वजह सनी का असली नाम और सरनेम बताया जा रहा है। सनी लियोनी का असली नाम करेनजीत कौर है और शिरोमणि अकाली दल की महिला विंग को सनी की फिल्म में कौर शब्द का प्रयोग किए जाने पर आपत्ति है।
सुभाष चंद्र को लिखे पत्र में दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा, सनी लियोनी के जीवन पर आधारित ‘करणजीत कौर – द अनटोलड स्टोरी ऑफ सनी लियोनी’ फिल्म से सिख भावनाओं को गहरी चोट लगी है। उन्होंने कहा कि ‘कौर’ शब्द हरेक सिख महिला के नाम के पीछे लगता है, जिस के साथ उसे गुरु साहिब की तरफ से बख्शी अलग पहचान हासिल होती है। उनका कहना है कि सनी लियोनी ने अपनी प्रसिद्धि सनी लियोनी नाम के साथ पाई है तो करणजीत कौर नाम पर फिल्म क्यों बनाई जा रही है? सिरसा ने कहा कि सनी लियोनी के नाम पर बनी फिल्म के नाम में कौर शब्द का प्रयोग उन्हें प्रचार स्टंट लगता है। उन्होंने कहा कि निर्माता खुद दुनियाभर में घूमते हैं, इसलिए उनको सिखों के विरोध का सामना करना पड़ सकता है।
दरअसल, सिख धर्म में ‘कौर’ शब्द का उपयोग महिलाओं के नाम में बतौर मिडिल नेम या लास्ट नेम होता है। सिख धर्म के 10वें गुरु, गुरु गोविंद सिंह ने सिख धर्म की महिलाओं के नाम में कौर शब्द लगाने की शुरुआत की थी। गुरु गोविंद सिंह ने अपने शिष्यों को अमृत चखाते समय कहा था कि सभी सिख महिलाएं अपने नाम में कौर शब्द का उपयोग करें और सभी सिख पुरुष अपने नाम में सिंह शब्द का उपयोग बतौर उपनाम करें। कौर शब्द का अर्थ होता है ‘क्राउन प्रिंस’ अर्थात राजकुमार। महिलाओं के नाम में इस शब्द के उपयोग के पीछे महिला और पुरुष को बराबरी का दर्जा देना है। यह उपनाम नाम सिख महिलाओं को पुरुषों के बराबर का दर्जा देता है। बता दे कि, सनी लियोनी की बायोपिक ‘करनजीत कौर द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ़ सनी लिओनी लॉन्च हो चुकी है। यह एक वेब सीरीज है।