Article 15 Movie: सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की ब्राह्मण समाज की याचिका, फिल्म पर रोक लगाने से अदालत का इंकार

आयुष्मान खुराना (Ayushmann Khurana) की फिल्म आर्टिकल 15 (Article 15 Movie) का काफी विरोध हो रहा है। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने ब्राह्मण समाज की याचिका खारिज करते हुए फिल्म पर रोक लगाने से इंकार कर दिया है।

आयुष्मान खुराना की 'आर्टिकल 15' 28 जून को रिलीज हुई थी। (फोटो- इंस्टाग्राम)

आयुष्मान खुराना (Ayushmann Khurana) की फिल्म आर्टिकल 15 (Article 15 Movie) को एक तरफ काफी पसंद किया जा रहा है, तो दूसरी ओर ब्राह्मण समाज इस फिल्म का विरोध कर रहा है। समाज की ओर से फिल्म का सर्टिफिकेट रद्द कराने को लेकर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में याचिका दायर की गई थी। सोमवार को अदालत ने मामले की सुनवाई की और याचिका खारिज करते हुए फिल्म पर रोक लगाने से इंकार कर दिया।

ब्राह्मण समाज की ओर से आर्टिकल 15 फिल्म के विरोध में दायर की गई याचिका में इसे मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करार दिया गया था। साथ ही वैमनस्य फैलने की आशंका जताई गई थी। ब्राह्मण समाज की ओर से कहा गया कि फिल्म में जाति पर आधारित डायलॉग्स हैं, जो समाज में नफरत फैला सकते हैं। फिल्म को सच्ची घटना पर आधारित बताते हुए एक झूठी और तोड़-मरोड़कर कहानी पेश की गई है। फिल्म के नाम से संविधान के आर्टिकल 15 को लेकर लोगों में गलत अवधारणा पैदा होगी। लिहाजा अदालत से अपील है कि वह सेंसर बोर्ड को फिल्म का प्रमाणपत्र रद्द करने के निर्देश दें।

सुप्रीम कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि याचिकाकर्ता अपनी शिकायत उपयुक्त प्राधिकार के पास लेकर जाएं। आप संबंधित फोरम में अपनी आपत्तियां दर्ज करवा सकते हैं। अदालत में सुनवाई के बाद ब्राह्मण समाज के वकील ने याचिका वापस ले ली। बताते चलें कि आर्टिकल 15 फिल्म 28 जून को रिलीज हो चुकी है। आयुष्मान खुराना फिल्म में पुलिस अफसर के रोल में हैं। यह फिल्म अभी तक 46.21 करोड़ रुपये का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कर चुकी है। फिल्म की रिलीज के बाद रूड़की और कानपुर में विरोध की वजह से सिनेमाघर मालिकों ने फिल्म दिखाने पर रोक लगा दी थी।

आर्टिकल 15 फिल्म के दूसरे गाने ‘नैना ये में ईशा तलवार संग रोमांस कर रहे हैं आयुष्मान खुराना

देखिए आर्टिकल 15 फिल्म का ट्रेलर…

राहुल सिंह :उत्तराखंड के छोटे से शहर हल्द्वानी से ताल्लुक रखता हूं। वैसे लिखने को बहुत कुछ है अपने बारे में, लेकिन यहां शब्दों की सीमा तय है। पत्रकारिता का छात्र रहा हूं। सीख रहा हूं और हमेशा सीखता रहूंगा।