बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने खुलासा किया है कि उन्हें यह महसूस करने में लगभग छह से आठ साल लग गए कि उनका एक निर्देशक द्वारा यौन उत्पीड़न किया जा चूका है| उनका मानना है कि भारतीय संस्कृति महिलाओं को इस तरह के व्यवहार को पहचानना नहीं सिखाती है। हालाँकि स्वरा ने इस दौरान किसी का नाम नहीं लिया| बिना कोई नाम लिए उन्होंने कहा कि उनक उत्पीड़न वर्कप्लेस पर हुआ था | स्वरा ने कहा, “मुझे यह महसूस करने में 6-8 साल लग गए, जब मैंने किसी और को इस तरह की पैनल चर्चा में उत्पीड़न के अपने अनुभव के बारे में बात करते हुए सुना। मैंने सोचा हे भगवान 3 साल पहले मेरे साथ जो हुआ वह असल में वर्कप्लेस पर यौन उत्पीड़न था! मैंने इस बात का अहसास कभी नहीं किया! लेकिन मैं बच गई। क्योंकि वह व्यक्ति मुझे नहीं छूता था और मैं उसे दूर रखने में कामयाब रही|
“मैं बस खुद ही जानती हूँ कि ये कौनसा निर्देशक है … जो भी हो, लेकिन यह पूरी सच्चाई नहीं है। निर्देशक एक बेवकूफ या एक गधा नहीं था, वह एक प्रिडेटर था| ” स्वरा हार्वेस्ट वेनस्टाइन के जीवन पर एक पैनल चर्चा में बोल रही थीं| इस पैनल में दिया मिर्ज़ा भी शामिल थी|
स्वरा भास्कर का कहना था, वो उस पैटर्न या व्यवहार को पहचानने में सक्षम नहीं थीं क्योंकि हमारी संस्कृति में इस तरह के व्यवहार को पहचानना नहीं सिखाती हैं।” मुंबई जाने से पहले, स्वरा दिल्ली में अपने माता-पिता के साथ रहती थीं| वो विश्वविद्यालय में पढ़ी हैं इसलिए चीजों के बारे में बहुत जानकारी थी, लेकिन उन्होंने कहा “वास्तविक दुनिया ही दुनिया है।”
स्वरा का कहना था वह फिल्म इंडस्ट्री में यह सोचकर आई थी कि अगर कोई उसे प्रपोज करने की हिम्मत करेगा, तो वह उसे अपनी “परवरिश और मूल्यों” को दिखा देंगी| लेकिन इस तरह का कुछ भी नहीं हुआ था। “यह वास्तव में दुखद है, क्योंकि तब धीरे-धीरे मुझे एहसास हुआ कि मैं इसे पहचान नहीं रहा हूं। क्योंकि हम चीजों को संभालने और ढंग से करने के लिए इतने पेशेंस रखते हैं , बचपन से ही अगर कुछ भी होता है तो आपको यह बताने वाला कोई नहीं है कि यह यौन उत्पीड़न है।”