फिल्म सांड की आंख के दो पोस्टर रिलीज, ‘शूटर्स दादी’ ने दिया मैसेज- तन बूढ़ा होता है मन बूढ़ा नहीं होता

बॉलीवुड एक्ट्रेस तापसी पन्नू और भूमि पेडनेकर इस दिवाली पर 'शूटर्स दादी' के किरदार में धमाका करने के लिए तैयार हैं। उनकी फिल्म 'सांड की आंख' के दो पोस्टर रिलीज हो गए हैं।

तापसी पन्नू और भूमि पेडनेकर की फिल्म 'सांड की आंख' दिवाली पर रिलीज होगी। (फोटो- इंस्टाग्राम)

बॉलीवुड एक्ट्रेस तापसी पन्नू और भूमि पेडनेकर ‘शूटर्स दादी’ के नाम से मशहूर प्रकाशी तोमर और चंद्रो तोमर की बायोपिक ‘सांड की आंख’ से धमाका करने के लिए तैयार हैं। उत्तर प्रदेश के बागपत में फिल्म की शूटिंग चल रही है। अभी तक दोनों अभिनेत्रियों ने अपना चेहरा छुपाते हुए कई तस्वीरें शेयर की थीं। मंगलवार को तापसी और भूमि ने फिल्म के दो फर्स्ट लुक पोस्टर शेयर करते हुए अपना चेहरा दिखाया, जिसमें वह रियल लाइफ की ‘शूटर्स दादी’ की तरह दिखाई दे रही हैं।

‘सांड की आंख’ फिल्म के फर्स्ट लुक पोस्टर्स को दर्शकों का अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। तापसी पन्नू और भूमि पेडनेकर के फैंस उनकी पोस्ट के कमेंट में उन्हें फिल्म की सफलता को लेकर शुभकामनाएं दे रहे हैं और इसकी रिलीज के बेसब्री से इंतजार की बात कह रहे हैं। एक पोस्टर के कैप्शन में अभिनेत्रियों ने लिखा, ‘हो सकता है वो बुजुर्ग हैं, लेकिन उनका निशाना सिर्फ गोल्ड पर है।’ दूसरे पोस्टर के कैप्शन में वह लिखती हैं, ‘उन्होंने अपनी उम्र को चुनौती दी। खुद अपनी लड़ाई लड़ी और शूटिंग के खेल में नाम कमाया।’

फिल्म के दो पोस्टर आज रिलीज हो गए हैं…

बताते चलें कि सांड की आंख फिल्म उत्तर प्रदेश के बागपत की रहने वालीं दुनिया की सबसे बुजुर्ग ‘शूटर्स दादी’ प्रकाशी तोमर (82) और चंद्रो तोमर (87) के जीवन पर आधारित है। फिल्म में ‘मुक्काबाज’ फेम अभिनेता विनीत सिंह भी मुख्य किरदार में हैं। फिल्म का निर्देशन लेखक तुषार हीरानंदानी कर रहे हैं। अनुराग कश्यप, निधि परमार और रिलांयस एंटरटेनमेंट फिल्म के निर्माता हैं। फिल्म को दिवाली पर रिलीज किया जाएगा, हालांकि मेकर्स ने अभी रिलीज डेट का खुलासा नहीं किया है। दिवाली पर इस फिल्म का सामना मल्टीस्टारर फिल्म हाउसफुल 4 से होगा। हाल ही में इस फिल्म की शूटिंग खत्म हुई थी और अभी इसके पोस्ट प्रोडक्शन का काम चल रहा है।

वीडियो में देखिए, बिना बात के मुसलमानों को दोषी ठहराने पर तापसी पन्नू का रिएक्शन…

राहुल सिंह :उत्तराखंड के छोटे से शहर हल्द्वानी से ताल्लुक रखता हूं। वैसे लिखने को बहुत कुछ है अपने बारे में, लेकिन यहां शब्दों की सीमा तय है। पत्रकारिता का छात्र रहा हूं। सीख रहा हूं और हमेशा सीखता रहूंगा।