तापसी पन्नू ने जाहिर की अपनी अनोखी ख्वाहिश, बोलीं- एवेंजर्स फिल्मों में बनना चाहती हूं इंडियन सुपरहीरो

तापसी पन्नू (Taapsee Pannu) 'मार्वेल सिनेमैटिक यूनिवर्स' (MCU) की फिल्में बेहद पसंद करती हैं। वह चाहती हैं कि एवेंजर्स सीरीज की फिल्मों में वह इंडियन सुपरहीरो का किरदार निभाएं।

तापसी पन्नू की फिल्म मिशन मंगल 15 अगस्त, 2019 को रिलीज हो रही है। (फोटो- इंस्टाग्राम)

बॉलीवुड एक्ट्रेस तापसी पन्नू (Taapsee Pannu) का ‘मार्वेल सिनेमैटिक यूनिवर्स’ (MCU) के प्रति प्रेम जगजाहिर है। तापसी ने अब एक अनोखी ख्वाहिश जाहिर की है। तापसी की इच्छा है कि वह एवेंजर्स सीरीज की फिल्मों में इंडियन सुपरहीरो का किरदार निभाएं।

तापसी पन्नू ने एक इवेंट में कहा, ‘मैं मार्वेल स्टूडियोज़ की फिल्मों से काफी जुड़ा हुआ महसूस करती हूं। मैं उम्मीद करती हूं कि अपने करियर में कभी मुझे एवेंजर्स सीरीज की फिल्मों में सुपरहीरो बनने का मौका मिले। मुझे लगता है कि यही रोल है जो मैंने नहीं किया है। मैं एवेंजर्स के किसी किरदार को बदलकर रोल नहीं चाहती हूं बल्कि मैं उस फिल्म में इंडियन सुपरहीरो बनना चाहती हूं।’

तापसी पन्नू ने आगे कहा, ‘मुझे याद है कैप्टन मार्वेल फिल्म मेरी फिल्म बदला के साथ रिलीज हुई थी। कैप्टन मार्वेल का ट्रेलर देखने के बाद मैंने अपनी बहन से कहा था कि क्या मैं ये कर सकती हूं। ये कुछ अलग होगा।’ बताते चलें कि सुपरहीरो आयरन मैन तापसी को सबसे ज्यादा पसंद है। मार्वेल की फिल्मों में इस किरदार को हॉलीवुड के सुपरस्टार रॉबर्ट डॉनी जूनियर निभा रहे थे।

इसी साल रिलीज हुई फिल्म एवेंजर्सः एंडगेम में आयरन मैन मर जाता है। तापसी पन्नू कहती हैं, ‘जब मैंने फिल्म का वो सीन देखा तो मैं थिएटर में रोने लगी थी। मैं बहुत उदास हो गई थी।’ गौरतलब है कि तापसी की फिल्म मिशन मंगल 15 अगस्त को रिलीज होने वाली है। यह एक मल्टीस्टारर फिल्म है। उनकी अगली बॉलीवुड फिल्म सांड की आंख होगी। इस फिल्म में भूमि पेडनेकर और ‘मुक्काबाज’ फेम विनीत कुमार सिंह भी अहम किरदार में हैं। यह फिल्म इस साल 25 अक्टूबर को रिलीज हो रही है।

क्या इस फिल्म के लिए भी तापसी पन्नू के साथ हुआ था धोखा?

तापसी पन्नू ने अपने फिल्मी फोबिया और गेम ओवर फिल्म को लेकर क्या कहा? देखिए वीडियो…

राहुल सिंह :उत्तराखंड के छोटे से शहर हल्द्वानी से ताल्लुक रखता हूं। वैसे लिखने को बहुत कुछ है अपने बारे में, लेकिन यहां शब्दों की सीमा तय है। पत्रकारिता का छात्र रहा हूं। सीख रहा हूं और हमेशा सीखता रहूंगा।