मीटू मूवमेंट के तहत तनुश्री दत्ता द्वारा नाना पाटेकर पर लगे यौन शोषण के आरोप को मुंबई की ओशिवारा पुलिस (Oshiwara Police Report) ने खारिज करते हुए, एक्टर क्लीन चिट दे दी। ओशिवारा पुलिस को नाना पाटेकर के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले। पुलिस ने बी-समरी रिपोर्ट में कहा कि तनुश्री दत्ता ने बदला लेने, गलत भावना और फर्जी शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस को सेक्सुअल ह्रासमेंट का कोई सबूत नहीं मिला है।
पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि काफी जांच पड़ताल के बाद नाना पाटेकर , डायरेक्टर राकेश सारंग, गणेश आचार्य और समी सिद्दिकी के खिलाफ कोई मजबूत सबूत नहीं मिला। आपको बता दें कि तनुश्री दत्ता ने पिछले साल अक्टूबर में नाना पाटेकर, फिल्म होर्न ओके प्लीज के डायरेक्टर राकेश सारंग, कोरियाग्राफर गणेश आचार्य, प्रोड्यूसर समी सिद्दिकी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी। उन्होंने सिने एंड टीवी आर्ट्स एसोसिएशन यानी सिंटा (Cine and TV Arts Association) में भी शिकायत दर्ज की थी।
बी समरी रिपोर्ट के दो बड़े प्वाइंट
पुलिस ने की बी समरी रिपोर्ट (B Summary Report) में दो बड़े प्वाइंट सामने आए हैं। इनमें से एक है कि 26 मार्च 2008 को तनुश्री दत्ता ने गोरेगांव पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई। हालांकि, इस शिकायत में सेट पर हुई यौन शोषण को लेकर किसी विटनेस का जिक्र नहीं था। दूसरा, शिकायत में कहा गया था कि जब घटना हुई, तब 13 विटनेस वहां मौजूद थे, जिन्होंने कहा कि नाना पाटेकर ने तनुश्री दत्ता को सेक्सुअल हैरास्ड नहीं किया या ना ही नाना पाटेकर ने तनुश्री दत्ता का यौन शोषण करने की कोशिश की।
तनुश्री दत्ता ने शिकायत में कहा था ये
तनुश्री दत्ता (Tanushree Dutta) ने अपनी शिकायत में ये भी आरोप लगाया था कि प्रोड्यूसर और डायरेक्टर ने उन्हें बताया था कि ये सॉन्ग सोलो शूट होगा, लेकिन नाना पाटेकर सेट पर आए और उनका शोषण किया। तनुश्री ने ये भी आरोप लगाया कि नाना पाटेकर का सॉन्ग में बस एक लाइन का सीक्वेंस था, लेकिन उन्होंने रिहर्सल के दौरान भी शोषण किया।
#MenToo मूवमेंट के विरोध में उतरीं तनुश्री दत्ता
यहां देखिए बॉलीवुड से जुड़े किन-किन पर लगे मीटू मूवमेंट के तहत यौन शोषण के आरोप…