तनुश्री दत्ता और नाना पाटेकर विवाद दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है। CINTAA ने इन यौन शोषण के मामलों से निपटने के लिए एक कमेटी बनाने का फैसला किया है। उनके इस फैसले से तनुश्री दत्ता खिलाफ है। नाना पाटेकर विवाद में सिंटा द्वारा अभी तक कोई भी कदम न उठाए जाने पर तनुश्री निराश है।
इस मामले में तनुश्री दत्ता ने कहा, ‘सिंटा ने 10 साल पहले मेरी सेक्सुअल हैरेसमेंट की शिकायत पर सही से एक्शन ना लेने पर पब्लिक में माफी मांगी थी। इस वजह से मुझे सिंटा की तरफ से कहा गया था कि वे नाना पाटेकर, गणेश आचार्य समेत प्रोड्यूसर सामी सिद्दीक और डायरेक्शन राकेश सांरग के खिलाफ कड़े एक्शन लेंगे लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।’
‘मैंने सिंटा से कहा था कि वो मुझे कोई कानूनी मदद दे सकते हैं? क्योंकि नाना की तरफ से लगातार मानहानि का नोटिस देकर धमकियां मिल रही हैं। ऐसे में सिंटा का कहना है कि ऐसे मामलों में कानूनी मदद देना उनकी पॉलिसी नहीं हैं। सिंटा महज मीडिया को दिखाने के लिए #MeToo के समर्थन की बात कर रही है।’
बताते चलें कि नाना पाटेकर (Nana Patekar) ने तनुश्री दत्ता केस (Tanushree Dutta case) पर Cine & TV Artist Association (CINTAA) द्वारा मिले नोटिस का जवाब दिया था। नाना पाटेकर ने तनुश्री दत्ता के यौन शोषण आरोप को खारिज कर दिया था। उन्होंने साफ तौर पर कहा था कि सारे आरोप बेबुनियाद और झूठे हैं। CINTAA के नोटिस के जवाब पर नाना पाटेकर ने मीडिया से बातचीत की। नोटिस के जवाब के लिए नाना पाटेकर को 10 दिन का समय दिया गया था। इन्होंने समय के भीतर ही जवाब पेश किया है। इससे पहले मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने नाना पाटेकर को लेकर बयान दिया। जिसमें उन्होंने कहा कि नाना पाटेकर थोड़े असभ्य जरूर हैं लेकिन वे ऐसा काम नहीं कर सकते हैं।
जानकारी के मुताबिक, नाना पाटेकर ने CINTAA के नोटिस पर गुरुवार को जवाब दिया है। नाना पाटेकर को तनुश्री दत्ता के केस के बाद नोटिस भेजा गया था। इसके बाद उनसे जवाब मांगा गया था। हालांकि नाना पाटेकर ने अपनी सफाई में बात रखी है। अब देखना है कि Cine & TV Artist Association की ओर से क्या कदम उठाए जाते हैं। वैसे इस मामले को लेकर कानूनी कार्रवाई भी काफी तेज चल रही है। 2008 में घटी घटना को लेकर तनुश्री दत्ता ने फ्रेश केस दर्ज कराया। इसके बाद से कार्रवाई तेजी से की गई। हालांकि अभी नाना की मुश्किल खत्म नहीं हुई है।
नाना पाटेकर (Nana Patekar) ने तनुश्री दत्ता केस (Tanushree Dutta case) पर Cine & TV Artist Association (CINTAA) द्वारा मिले नोटिस का जवाब दिया है। नाना पाटेकर ने तनुश्री दत्ता के यौन शोषण आरोप को खारिज कर दिया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि सारे आरोप बेबुनियाद और झूठे हैं। CINTAA के नोटिस के जवाब पर नाना पाटेकर ने मीडिया से बातचीत की। नोटिस के जवाब के लिए नाना पाटेकर को 10 दिन का समय दिया गया था। इन्होंने समय के भीतर ही जवाब पेश किया है। इससे पहले मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने नाना पाटेकर को लेकर बयान दिया। जिसमें उन्होंने कहा कि नाना पाटेकर थोड़े असभ्य जरूर हैं लेकिन वे ऐसा काम नहीं कर सकते हैं।
जानकारी के मुताबिक, नाना पाटेकर ने CINTAA के नोटिस पर गुरुवार को जवाब दिया है। नाना पाटेकर को तनुश्री दत्ता के केस के बाद नोटिस भेजा गया था। इसके बाद उनसे जवाब मांगा गया था। हालांकि नाना पाटेकर ने अपनी सफाई में बात रखी है। अब देखना है कि Cine & TV Artist Association की ओर से क्या कदम उठाए जाते हैं। वैसे इस मामले को लेकर कानूनी कार्रवाई भी काफी तेज चल रही है। 2008 में घटी घटना को लेकर तनुश्री दत्ता ने फ्रेश केस दर्ज कराया। इसके बाद से कार्रवाई तेजी से की गई। हालांकि अभी नाना की मुश्किल खत्म नहीं हुई है।