राखी सांवत और तनुश्री दत्ता के बीच का विवाद किसी भी तरह से थमता हुआ नजर नहीं आ रहा है। दोनों की लड़ाई ने एक नया मोड़ ले लिया है। राखी सांवत को हाल ही में एक महिला रेसलर ने रिंग में पटक दिया था, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। इसके बाद में अपनी सेहत को लेकर राखी सावंत ने कुछ प्रीस्ट्स को बुलाकर प्रार्थना कराई थी। राखी सावंत के इस कदम का विरोध करते हुए अब तनुश्री दत्ता ने तब तक चर्च में न जाने की कसम खाई है, जब तक राखी सावंत उनसे माफी नहीं मांग लेती हैं।
राखी सांवत के खिलाफ तनुश्री दत्ता ने कहा, ‘आज मेरा विश्वास टूट चुका है। मेरी आध्यात्मिक यात्रा 2009 में जीजस क्राइस्ट की दृष्टि से शुरु हुई थी। इसके बाद मैंने धर्म, योग, मेडिटेशन, बौद्ध धर्म, साइंटोलॉजी, इस्लाम आदि का अनुभव लिया। लेकिन इसके बावजूद मेरा विश्वास यीशु के सर्वोच्च सम्मान के चलते हमेशा भगवान पर ही रहा। मैं कभी धार्मिक इंसान नहीं बनना चाहती थी, लेकिन इसके बाद भी मैंने अपना ध्यान पूरी तरह से इस पर लगा दिया और इसमें जब भी किसी तरह के नए अवसर आते थे तो मैं उन्हें जरूर अपनाती थी।’
तनुश्री दत्ता ने आगे कहा, ‘मुझे विश्वास था की भगवान मुझसे प्यार करते हैं और मुझे ये भी विश्वास था कि आज भी वो मुझसे प्यार करते होंगे। इसके बाद मैंने देखा कि राखी सांवत को चोट लगने के बाद पादरी उनके लिए प्रार्थना करने में लगे हुए हैं। क्या भगवान उसे झूठी गवाही देने के लिए सजा नहीं देंगे? क्या आपको चर्च में यहीं सब सिखाया जाता है ?? किसी इंसान के बारे में बुरी चीजें कहना क्योंकि आप उसकी बात से सहमत नहीं है जिसके लिए वो खड़ी हुई है? किसी के बारे में अपने फायदे के लिए बुरी बातें कहना और झूठ बोलने के लिए ??
इसके बाद उन्होंने मी टू मूवमेंट को लेकर राखी सावंत पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘मैंने उसकी ईसाई आस्था के बारे में उसकी बातें सुनी और मेरे साथ पूरे दुनिया उसकी झूठी बातों को सुन रहा है जो वो मेरे बारे में सबके सामने बोल रही हैं बिना किसी भगवान के डर के। कुछ फायदा पाने के लिए और एंटरटेनमेंट करते हुए वो चाहती है की मैं मी टू मूवेंट को लेकर चुप हो जाऊं।’
इस पर उनका कहना है, ‘राखी कुछ भी कर ले, मैं चुप नहीं हो सकती। लेकिन उसने जो हासिल किया, उस पर मुझे भरोसा नहीं था। इस वजह से ईश्वर पर से मेरा विश्वास टूट गया है। मैं इस बात का आज एलान करती हूं कि जब तक राखी मेरे बारे में जितनी भी झूठी बातें बोली है, उसको स्वीकार नहीं करती और सबके सामने माफी नहीं मांगती तब तक मैं चर्च में कदम नहीं रखूंगी। यदि राखी अपने मुंह से झूठ बोलने के बाद भी खुद को भगवान पर विश्वास करने वाली मानती हैं तो इस हिसाब से भगवान भी झूठे हुए।’