Teachers Day 2022: बॉलीवुड की ये फिल्में जो दर्शाती है छात्र और शिक्षक का रिश्ता, जिसे देख आप हो जायेंगे भावुक

बॉलीवुड में शिक्षा  (Teachers Day) पर आधारित फिल्में समय-समय पर देखने को मिलती रही हैं. जो शिक्षा का असल महत्व समझाती हैं। बॉलीवुड की फिल्मों में भी शिक्षक और छात्र के बीच एक खास रिश्ता देखने को मिलाता हैं.

भारत के पहले उप राष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस के मौके पर हर साल 5 सितंबर को ‘शिक्षक दिवस’ (Teachers Day) मनाया जाता है। हमारे देश में शिक्षक को भगवान से ऊंचा दर्जा दिया गया है। बॉलीवुड में शिक्षा  (Teachers Day) पर आधारित फिल्में समय-समय पर देखने को मिलती रही हैं. जो शिक्षा का असल महत्व समझाती हैं। बॉलीवुड की फिल्मों में भी शिक्षक और छात्र के बीच एक खास रिश्ता देखने को मिलाता हैं.

तो चलिए आज हम आपको ऐसी ही बॉलीवुड फिल्मों के बारे में जो शिक्षा  (Teachers Day) पर आधारित हैं…

शाबाश मिठू

इसी साल नेटफ्लिक्स पर रिलवी हुई  मिताली राज की डॉक्यूमेंट्री फिल्म शाबाश मिठू में शिक्षक और छात्र के बीच एक खास रिश्ता देखने को मिलाता हैं. मिताली राज को अपने खेल करियर के दौरान घर और मैदान दोनों में पूर्वाग्रह का सामना करना पड़ता है। वही इस बायोपिक में, विजय राज ने संपत की भूमिका निभाई है, जो एक कठोर प्रशिक्षक है जो मिताली को ताकत और प्रेरणा देता है। फिल्म में दिखाया गया है की कैसे मिताली राज ने भरतनाट्यम करते समय संपत के अवलोकन ने उनके जीवन को बदल दिया और उन्हें भारतीय महिला क्रिकेट टीम की सबसे कम उम्र की कप्तान बना दिया।यह भी पढ़ें: Omg! बॉलीवुड के कई दिग्गज एक्टर्स को पीछे छोड़ते हुए क्या कार्तिक आर्यन लेने वाले हैं प्राइवेट जेट?

टूलिडास जूनियर

नेटफ्लिक्स पर रिलीज कि गई टूलिडास जूनियर भी अध्यापक और छात्र का रिश्ता दिखाया गाया हैं. टूलिडास कोलकाता का एक टेबल टेनिस खिलाड़ी है जो फिल्म में एक मैच हार जाता है। टूलिडास जूनियर ने अपने पिता के सम्मान को बनाए रखने और परिवार के नाम को विजेता बोर्ड पर रखने के प्रयास में इस खेल को सीखने की चुनौती को स्वीकार करने का फैसला करता हैं. वही फिल्म में शिक्षक का किरदार निभा रहे मोहम्मद सलाम टूलिडास जूनियर को रास्ते में आई कई चुनौतियों पारकरने  और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए आवश्यक समर्थन देते है.

‘तारे जमीन पर

साल 2007 में रिलीज हुई फिल्म ‘तारे जमीन पर’ तो ज्यादातर लोगों ने देखी ही होगी। फिल्म में आमिर खान एक आर्ट टीचर की भूमिका निभाते है जो बच्चों को गाकर, खिलाकर पढ़ाने में विश्वास करते हैं। वहीं, उनकी क्लास में पढ़ने में कमजोर छात्र ईशान अवस्थी पर उनका पूरा ध्यान रहता है। ऐसे में वे ईशान के अंदर के टैलेंट को पहचानकर उसे उसकी राह पर ले जाने का काम करते हैं।यह भी पढ़ें: लाल सिंह चड्ढा फ्लॉप होने के बाद खुल गईं आमिर खान की आंखें, आखिरकार कह दिया- मैं क्षमा चाहता हूं

सुपर 30

फिल्म सुपर 30 ने वंचित बच्चों की महान क्षमता का प्रदर्शन किया, जिनके पास वे सुविधाएं नहीं हैं जो उनके अधिक समृद्ध समकक्षों को दी जाती हैं, इसने शैक्षिक प्रणाली की खामियों को भी उजागर किया जो समाज के कुछ सदस्यों को विशिष्ट, प्रारंभिक पाठ्यक्रमों में दाखिला लेने या किसी प्रतिष्ठित स्कूल से डिग्री प्राप्त करने से रोकती हैं। यह फिल्म गणित के शिक्षक और प्रशिक्षक आनंद कुमार की सच्ची कहानी पर आधारित है, जिन्होंने वंचित विद्यार्थियों को शिक्षित करने और उन्हें प्रेरित IIT उम्मीदवारों और अकादमिक उपलब्धि हासिल करने वालों में बदलावन लाने  का जिम्मा लिया.

हिचकी

साल 2018 में ही रिलीज हुई फिल्म ‘हिचकी’ ने भले ही बॉक्स ऑफिस पर कमाल ना किया हो लेकिन एक शैक्षिक नजरिए से यह फिल्म बहुत कुछ सिखा जाती है। फिल्म में रानी मुखर्जी ने एक टीचर का रोल प्ले किया है जो हिचकी की समस्या से जूझ रही होती है। लेकिन रानी  अपनी इस समस्या को ताकत बनाकर स्कूल में बच्चों को नये तरीके से पढ़ाकर एक मिसाल कायम करती हैं.

‘स्टेनली का डब्बा

डायरेक्टर अमोल गुप्ते की फिल्म ‘स्टेनली का डब्बा’ में बहुत ही गहरी बात समझाने की कोशिश की है। स्टेनली एक ऐसा बच्चा है, जो किसी वजह से अपना टिफिन नहीं ला पाता है। उधर एक हिंदी टीचर वर्माजी (अमोल गुप्ते) भी हैं, जो अपना लंच बॉक्स कभी नहीं लाते। वर्माजी बच्चों के खाने पर नीयत लगाए रहते हैं। बच्चे अपने टिफिन में से स्टेनली को तो खिलाना चाहते हैं, लेकिन वर्मा सर को नहीं। वर्मा सर इसी बात को लेकर स्टेनली से नफरत करते हैं। फिल्म के जरिए निर्देशक ने जो संदेश देना चाहा है वो सीधे दर्शक के दिल तक जाता है.

यह भी पढ़ें: Brahmastra Release: रणबीर-आलिया की ब्रह्मास्त्र का बजट जानकर उड़ जाएंगे आपके होश, कई साउथ फिल्मों को किया पीछे

बॉलीवुड और टीवी की अन्य खबरों के लिए क्लिक करें:

chhayasharma :मेरा नाम छाया शर्मा है. मैं एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में एक जर्नलिस्ट के रूप में पिछले 6 साल से ज्यादा समय से काम कर रही हूं. मैं सेलिब्रिटी न्यूज, लाइफस्टाइल कंटेंट और फैशन ट्रेंड्स की विशेषज्ञ हूं. मुझे नई और अनोखी कहानियों की खोज करने का शौक है और मुझें अपने रीडर्स के लिए एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री की नई-नई खबरें और गॉसिप लिखना बेहद पसंद है. मैं एक उत्सुक पाठक, फिल्म शौकीन और संगीत प्रेमी हूं. और हमेशा अगली बेहतरीन कहानी की तलाश में रहती हूं