एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर के निर्देशक विजय रत्नाकर को कम से कम 34 करोड़ रुपये के कथित सामान और सेवा कर (जीएसटी) धोखाधड़ी के लिए मुंबई में निदेशालय जनरल ऑफ गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स इंटेलिजेंस (डीजीजीएसटीआई) ने गिरफ्तार कर लिया है।
द इंडियन एक्सप्रेस में एक रिपोर्ट की माने तो , “विजय गुट्टा पर सीजीएसटी अधिनियम की धारा 132 (1) (सी) के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिसमें बिल और चालान का उपयोग करके इनपुट टैक्स क्रेडिट का गलत लाभ शामिल है।”
रिपोर्ट की माने तो विजय गुट्ट की फर्म, वीआरजी डिजिटल कॉर्प प्राइवेट लिमिटेड एक अन्य कंपनी, होरिजन आउटसोर्स सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, “एनीमेशन और मैनपॉवर” के प्रोजेक्ट के लिए 34 करोड़ रुपये के “नकली चालान” लेने की कोशिश की थी जिसके बाद वो स्कैनर के अंडर आ गए| कुल मिलकर उनपर 170 करोड़ रुपये से अधिक की जीएसटी धोखाधड़ी का आरोप लगा है|
रिपोर्ट के मुताबिक, विजय अधिकारियों के साथ इस मामले की छानबीन करने में मदद नहीं कर रहे है जिस वजह से उन्हें 14 अगस्त तक आर्थर रोड जेल में न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
उन्हें रिमांड पर लेने वाले अधिकारी का कहना था, “अभियुक्त (गुट) ने न केवल इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) का लाभ उठाया था, बल्कि आगे चलकर राज्य सरकार को धोखा देने के लिए ऐसे नकली / फर्जी चालानों की ताकत पर जीएसटी विभाग से ऐसे आईटीसी की वापसी का दावा किया।”
नियमों के मुताबिक, आरोपी को पांच साल तक जुर्माना या कैद की सजा हो सकती है यदि रिफंड की राशि 5 करोड़ रुपये से अधिक हो।
बता दें विजय रत्नाकर की आने वाली फिल्म एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर है जो 21 दिसंबर को रिलीज़ हो रही है| इस फिल्म में अनुपम खेर मुख्य भूमिका निभा रहे है|