प्रकाश झा की वेब सीरीज ‘आश्रम’ में शूट हुआ असल शुद्धिकरण सीन, जिसमें हुई दूध और फूलों की बरसात !

निर्देशक प्रकाश झा (Prakash Jha) की आश्रम लोगो के सामने दर्शन देने के लिए तैयार हैं इस शो के एक शुद्धिकरण के दृश्य को दर्शाने के लिए दूध से एक्टर तुषार पांडेय को नहलाया गया।

पहली बार वेब सीरीज में हाथ आजमाने जा रहे निर्माता और निर्देशक प्रकाश झा (Prakash Jha) की आश्रम लोगो के सामने दर्शन देने के लिए तैयार हैं, सामाजिक पहलू और रणनीतियों में महारथ हासिल कर चुके प्रकाश जी अपनी हर नई पेशकश में परफेक्शन की कोई कमी नही छोड़ते। हर सीन और किरदार अपने आप मव एक कहनी बयां करता हैं।

आश्रम और बाबाओ के पृष्ठभूमि पर आधारित इस वेबसीरिस में दूध , फूल और पालकी न हो ऐसा कैसे हो सकता हैं।आपको बता दे कि एक शुद्धिकरण के दृश्य को दर्शाने के लिए दूध से एक्टर तुषार पांडेय को नहलाया गया।जी हाँ सत्ती का किरदार निभा रहे एक्टर तुषार पांडेय का एक शुद्धिकरण सीन शूट होना था उस वक़्त जनवरी में अयोध्या में कड़ाके की ठंड पड़ रही थी । सीन को असल शुद्धिकरण का स्पर्श देने ले लिए असल पालकी, गुलाब के पंखुड़ी और दूध से से तुषार पांडेय को सराबोर किया गया जबकि ठंड में उनके हालत पतली हो रही थी।

इस दृष्य को लेकर तुषार कहते हैं ‘ इस सीन में मुझे दूध से नहाना था और फिर मुझे 100 अनुयायी पालकी में बिठाकर ले जा रहे थे। उस रात बहुत ठंड थी, मुझ पर गुलाब की पंखड़ियों से दूध डाला जा रहा था , मुझे ठंड न लगे इसीलिए दूध को हल्का गरम किया गया था । बॉबी सर मुझे देखकर हंस रहे थे क्योंकि कड़ाके की रात में ये सीन मुझे बार बार करना था लेकिन प्रकाश सर की मौजूदगी और उनकी कुशलता से शुद्धिकरण का ये सीन काफी अच्छे से शूट हुआ’ ।

इतना ही नही कड़ाके की ठंड में शूट करना सबके लिए इतना आसान नही था एक्ट्रेस के लिए दिन भर साड़ी में रहकर ठिठुरती थी जैसे ही शूट हो जाता वो झट से अपने जैकेट के अंदर छिप जाती थी तो कोई आग जलाकर हाथ सेंकने में लग जाता था। यू पी के ठंड ने सबकी हालत खराब कर दी थी लेकिन इन सबके बावजूद सभी ने अपने काम को बखूबी अंजाम दिया। तो हो जाइए तैयार , बाबा निराला के रूप में मंत्रमुग्ध होने के लिए ।

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Shikha Sharma :शिखा, इसका मतलब होता है पहाड़ की चोटी लेकिन, अपने काम में मैं चोटी से लेकर एड़ी तक ज़ोर लगा देती हूं! बॉलीवुड फ़िल्में और गानें मेरी रगों में हैं! किशोर कुमार से लेकर बादशाह तक, म्युज़िक मेरी ज़िन्दगी है!