फिल्म द ताशकंद फाइल्स का ट्रेलर रिलीज, दिखा लाल बहादुर शास्त्री की मौत पर कैसे हुई देश में राजनीति

देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के जीवन पर बनी फिल्म 'द ताशकंद फाइल्स' का ट्रेलर आज रिलीज हो गया है।ट्रेलर में ऐसे सवाल उठाए गए हैं कि आपको सोचने पर मजबूर होना पड़ेगा आखिर उनकी हत्या या मौत कैसे हुई?

फिल्म 'द ताशकंद फाइल्स' का पोस्टर और ट्रेलर का एक सीन। (फोटोः ट्विटर/यूट्यूब स्टिल)

देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के जीवन पर बनी फिल्म ‘द ताशकंद फाइल्स’ का ट्रेलर आज रिलीज हो गया है। फिल्म का ट्रेलर 2 मिनट 43 सेकंड का है। फिल्म का ट्रेलर और डायलॉग काफी दमदार है। फिल्म का ट्रेलर प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की ओरिजनल क्लिप से होती है। इसमें वह ताशकंद पहुंचे हुए हैं और पाकिस्तान के राष्ट्रपति से मिलने के बाद समझौता करते हैं। युद्ध समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद रहस्यमयी परिस्थितियों में उनकी मौत हो जाती है। उनकी मौत को लेकर कई सवाल उठते हैं और कई लोग इसके घेरे में आते हैं। लेकिन जांच-पड़ताल के लिए को कमिशन भी नहीं बैठता है।

इस क्लिपिंग के बाद लाल बहादुर शास्त्री की मौत के 50 साल बाद भी कोई जांच समिति नहीं बनती और ना ही कोई उनकी हत्या कुछ पता चलता है। ट्रेलर में उनकी हत्या या मौत को लेकर किस तरह से देश में राजनीति हुई यह दिखाया गया है। मिथुन चक्रवर्ती एक सीन में कहते हैं कि लाल बहादुर शास्त्री की मौत का रहस्य, भारतीय इतिहास में ऐसी कालिख है जिसे किसी भी सरकार ने 50 साल बाद भी मिटाने की कोशिश नहीं की।

लाल बहादुर शास्त्री की मौत पर उठाती है कई सवाल

लोग सवाल उठाते हैं कि लाल बहादुर शास्त्री को हार्ट अटैक हुआ था या कि सरकार द्वारा मरवाया गया था। ट्रेलर में ऐसे सवाल उठाए गए हैं कि आपको सोचने पर मजबूर होना पड़ेगा आखिर लाल बहादुर शास्त्री की हत्या या मौत कैसे हुई? जैसे पंकज त्रिपाठी कहते हैं कि शास्त्री जी का पोस्टमार्टम क्यों नहीं किया गया? उस दिन शास्त्री जी को उस थरमस में दूध किसने दिया था? क्या उसमें जहर था? इस तरह के कई सवाल हैं जो हमें सोचने पर मजबूर करती है।

म्यांमार, पाकिस्तान और उज्बेकिस्तान में जांच पड़ताल

फिल्म कई राज को उजागर करने की बात भी कही गई है। मसलन मिथुन चक्रवर्ती ने एक सीन में एक फोटो दिखाते हुए कहते हैं कि लाल बहादुर शास्त्री भारत को खुशखबरी देने वाले थे कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस जिंदा है। ट्रेलर में अटल बिहारी वाजपेयी की कोशिशों का भी जिक्र किया गया है। ट्रेलर में भारत के लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षवाद पर तंज कसा गया है। लाल बहादुर हत्या या मौत का जानने के लिए पाकिस्तान, म्यांमार और उज्बेकिस्तान में भी जांच पड़ताल की जाती है। लेकिन क्या भारत के लाल और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की मौत के रहस्य से पर्दा उठ पाता है? ये तो फिल्म रिलीज होने के बाद ही पता चलेगा।

यहां देखिए फिल्म द ताशकंद फाइल्स का ट्रेलर…

रमेश कुमार :जाकिर हुसैन कॉलेज (डीयू) से बीए (हॉनर्स) पॉलिटिकल साइंस में डिग्री लेने के बाद रामजस कॉलेज में दाखिला लिया और डिपार्टमेंट ऑफ पॉलिटकल साइंस में पढ़ाई की। इसके बाद आईआईएमसी दिल्ली।