चाणक्य नीति: जहर समान होती है जीवन की ये 4 स्थितियां, सोच समझकर करें काम

आचार्य चाणक्य द्वारा दी गई नीतियां आज भी उतनी ही कारगर साबित होती हैं जितनी की पहले हुआ करती थी।

हर कोई चाहता है कि उसका जीवन बेहतरीन और सरल तरीके से बीते। ऐसे में हम आपको बताने जा रहे है आचार्य चाणक्य के कुछ ऐसे सूत्र जिसने में जीवन को सरल और सुगम बनाने का मंत्र दिया गया है। आचार्य चाणक्य द्वारा दी गई नीतियां आज भी उतनी ही कारगर साबित होती हैं जितनी की पहले हुआ करती थी।

अभ्यास करना बेहद जरूरी है चाहें वो किसी भी चीज में क्यों न हों। चाणाक्य का कहना है कि किसी भी तरह का काम हो या फिर विद्या उसमें लगातार अभ्यास करना बेहद जरूरी है। अभ्यास ही किसी भी इंसान को परिपूर्ण और कार्य में बेहतर बनाने का काम करता है। बिना अभ्यास के आप किसी भी चीज का न तो ज्ञान ले सकते न ही आगे बढ़ सकते है।

खाना खाते वक्त रखें इस बात का ध्यान
अगर आप भोजन करना चाहते है लेकिन आपकी सहेत किसी कारणवश सही नहीं रहती तो इस स्थिति में आपको भोजन नहीं करना चाहिए। यदि इसके बावजूद भी अगर आप भोजन करते है तो वह खाना आपके लिए जहर का काम कर सकता है।

आर्थिक स्थित करें मजबूत
आपको अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाए रखना चाहिए। ऐसा तभी संभव हो सकता है जब आप लगातार अभ्यास करें। यदि कोई व्यक्ति दरिद्र हो, गरीब हो तो उसके लिए शादी, कोई भी फंगशन या कोई भी बड़ी चीज करना एक बोझ और विश के समान लगने लगता है।

वृद्धावस्था में रखे इस चीज का ध्यान
इंसान की जीवन में वृद्धावस्था पुण्य, दान और समाज को सही राह दिखाने की आयु होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस उम्र तक आते – आते आप अच्छे बुरे की पहचान करने में सक्षम हो जाते है। लेकिन यादि कोई वृद्ध नवयुवती की संगति में आ जाता है तो उसके लिए ऐसा करना एक तरह से जहर समान होता है। ऐसा करने पर उसका धन, सम्मान और परिवार सब नाश हो जाता है।

दीपाक्षी शर्मा :सभी को देश और दुनिया की खबरों के साथ-साथ एंटरटेनमेंट जगत से रुबरु कराने का काम करती हूं। राजनीतिक विज्ञान का ज्ञान लेकर एमए पास किया है। मास कम्युनिकेशन में पीजी डिप्लोमा के बाद फिलहाल पत्रकारिता कर रही हूं।