फिल्में होती तो हैं हमारे एंटरटेनमेंट के लिए लेकिन कभी कभी फिल्मों में कुछ ऐसा दिखा दिया जाता है कि उससे भारत की जनता की संवेदनाओं को चोट पहुँच जाती है| ऐसे में कुछ ग्रुप्स ऐसे होते हैं हो फिल्म का विरोध करना शुरू कर देते हैं| जिसकी वजह से फिल्म की रिलीज़ में कई तरह की परेशानियां आती हैं| कई जगह फिल्मों को बैन कर दिया जाता है| आइये आपको बताते हैं साल 2018 में आये ऐसे ही 6 फिल्मों से जुड़े विवाद के बारे में जिसकी वजह से फ़िल्म का रिलीज़ होना भी मुश्किल हो गया था|
पद्मावत
रणवीर सिंह, दीपिका पादुकोण और शाहिद कपूर की फिल्म पद्मावत पर एक बड़ा विवाद हो गया था| जयपुर के जयगढ़ किले में फिल्म पद्मावती की शूटिंग के दौरान संजय लीला भंसाली पर करणी सेना ने हमला कर दिया| ना सिर्फ सेट पर तोड़फोड़ की गई बल्कि संजय लीला भंसाली को एक युवक ने चांटा भी मार दिया था| इसके बाद संजय लीला भंसाली ने जयपुर से अपनी फ़िल्मी टीम को लेकर मुंबई आ गए जहाँ पर फिल्म के सेट को जला दिया गया| वहीँ फिल्म में दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह के रोमांटिक सीन्स होने को लेकर शुरू हुआ विरोध कहीं थमने का नाम नहीं ले रहा था| फिल्म के कई सीन्स कट किये गये|
1 दिसंबर, 2017 को पद्मावत की रिलीज होने वाली थी लेकिन 17 नवंबर को ही सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन ने ये आवेदन लौटा दिया जिसके बाद इस फिल्म के रिलीज़ पर रोक लग गयी| 28 दिसंबर को विवाद बढ़ता देख सेंसर बोर्ड ने 3 इतिहासकारों को फिल्म दिखाई जिसके बाद इस फिल्म का नाम पद्मावती से पद्मावत कर दिया गया| फिल्म में 5 बदलाव किये गए जिसके बाद 25 जनवरी 2018 को यह फिल्म रिलीज़ हुई| रिलीज़ डेट आते ही फिल्म को राजस्थान, मध्यप्रदेश, हरियाणा और गुजरात सरकार ने अपने यहां बैन कर दिया और ये मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुँच गया| बाद में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ये बैन हटाया गया|
केदारनाथ
सुशांत सिंह राजपूत और सारा अली खान की फिल्म केदारनाथ पर भी कई विवाद उठाये गए थे| इस फिल्म पर केदारनाथ मंदिर के पुजारियों ने आपत्ति जताई थी| केदारनाथ में पुजारियों की एक ऑर्गनाइजेशन केदार सभा के चेयरमैन विनोद शुक्ला ने मीडिया को दिए बयान में कहा कि , “अगर यह फिल्म बैन नहीं हुई तो हम आंदोलन कर देंगे, क्योंकि हमें बताया गया है कि यह लव जिहाद को बढ़ावा देती है और इससे हिंदू भावनाएं आहत होती हैं| ” गौरतलब है कि फिल्म के टीज़र में सुशांत और सारा के बीच एक बोल्ड सीन दिखाया गया था| जिसे देखने के बाद पुरोहितों के अलावा हिंदू संगठनों ने CBFC को लिखे लेटर में कहा कि ये फिल्म हिंदुओं की भावनाओं का मजाक बनाती है| इसके बाद इस फिल्म से 2 कट्स किये गए|
ज़ीरो
शाहरुख़ खान की फिल्म ‘ज़ीरो’ को लेकर भी कई विवाद उठे थे| ऐसा कहा जा रहा था कि इस फिल्म के कुछ सीन्स की वजह से सिख समुदाय की भावनाएं आहत हो गयी हैं| दरअसल फिल्म के एक सीन में शाहरुख खान ने अपने हाथ में कृपाण लिया है| जिसपर सिखों ने आपत्ति जताई और कहा कि इससे सिखों की भावनाएं आहत हुई हैं। वहीँ मुंबई कांग्रेस के उपाध्यक्ष चरण सिंह सापरा ने कृपाण वाले इस सीन को फिल्म से हटाने की मांग की।
मनमर्ज़ियाँ
अभिषेक बच्चन स्टारर फिल्म ‘मनमर्जियां’ को लेकर भी विवाद खड़ा हो गया जब फिल्म का एक सीन सिख समुदाय को खटक गया| दरअसल शिरोमणि अकाली दल बादल की यूथ विंग ने वेस्ट दिल्ली के पैसिफिक मॉल में प्रदर्शन करते हुए चलती फिल्म को रुकवा दिया| यूथ विंग (वेस्ट दिल्ली) के प्रेजिडेंट सतबीर सिंह गगन ने मीडिया को ऐसा करने की वजह बताते हुए कहा कि इस फिल्म में एक सीन ऐसा है जिसको लेकर सिखों की भावनाओं को ठेस पहुंचती हैं। गगन ने अपने बयान में कहा कि अभिषेक बच्चन इस फिल्म में एक सिख लड़के का रोल निभा रहे हैं। फिल्म के विवादित सीन में अभिषेक अपनी पगड़ी उतार देते हैं और सिगरेट पीने लगते हैं। गगन को लगता है कि इस फिल्म में सिख की भावनाओं को ख़राब करने की कोशिश की गयी है|
संजू
संजू वैसे तो संजय दत्त की विवादित ज़िन्दगी पर बनी फिल्म थी लेकिन रिलीज़ से पहले इस फिल्म से जुड़ा एक विवाद सामने आ गया| संजू फिल्म के बाथरूम सीन को लेकर एक नया विवाद खड़ा हो गया| संजू फिल्म के ट्रेलर में एक सीन दिखाया गया था जिसमे रणबीर कपूर जो कि संजय दत्त के किरदार में है वो जेल में बैठे होते हैं और जेल में पानी लीक होने लगता है| पृथ्वी मस्के का कहना था कि इस तरह के सीन से भारतीय जेलों की छवि को बिगाड़ने की कोशिश की गयी है| इस मामले पर सुनवाई के लिए मस्के ने सेंसर बोर्ड को एक खत भी लिखा था|
ठाकरे
जल्द ही शिवसेना के प्रमुख रहे बालासाहेब ठाकरे की ज़िन्दगी को बड़े परदे पर दिखाया जाएगा| फिल्म के ट्रेलर में उस दौर के विवादित मुद्दों को भी दिखाया गया है| जिनमें राम मंदिर से लेकर बालासाहेब की विवादित स्पीच भी शामिल है| वहीँ इस फिल्म में मुंबई में रहने वाले साउथ इंडियंन्स को लेकर हुए विरोध के बारे में भी दिखाया गया है| फिल्म के मराठी ट्रेलर में ‘लुंगी हटाओ पुंगी बजाओ’ डायलॉग देखा जा सकता है|
इस डायलॉग को लेकर साउथ के एक्टर सिद्धार्थ ने विरोध जताते हुए ट्वीट किया| उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘ठाकरे’ फिल्म में नवाजुद्दीन ने उठाओ लुंगी, बजाओ पुंगी डायलॉग फिर से बोला गया.. दक्षिण भारतीयों के खिलाफ नफरत फैलाने वाली भाषा… जिस शख्स ने ये बात कही उसे महान बताया जा रहा है.. क्या आप प्रोपगैंडा फैलाकर पैसे कमाना चाहते हैं.. नफरत बेचना बंद करिए..| अब ऐसे में ऑडिएंस का क्या कहना है? नीचे कमेंट्स में बताइये|