एआर रहमान को आज दुनियाभर में एक बेहतरीन संगीतकार के रुप में देखा जाता है। उनकी धून और गानों का हर कोई दिवाना है। लेकिन एक वक्त एआर रहमान की जिंदगी में ऐसा भी आया था जब उन्होंने जीने की इच्छा ही छोड़ दी थी। यानी उन्होंने आत्महत्या करने का फैसला लिया था। उसके पीछे की वजह क्या थी इसके बारे में भी उन्होंने खुलकर बताया है।
आज के समय में शानदार संगीतकारों में से एक आने वाले एआर रहमान खुद को पहले एक असफल व्यक्ति मानते थे और हर दिन खुदकुशी करने के बारे में सोचा करते थे। उन्होंने बताया कि करियर की शुरुआती वक्त में जो बुरा वक्त उन्होंने देख उसने उन्हें मजबूत बनाने में मदद की थी। रहमान ने बताया ’25 साल की उम्र तक मैं खुदकुशी करने के बारे में ही सोचता था। ज्यादा लोग ये महसूस करते है कि यह अच्छा नहीं है क्योंकि मेरे पिता के गुजर जाने के बाद में एक तरह का खालीपन था जिंदगी में। उस वक्त कई सारी चीजें एक साथ हो रही थीं। मैं बहुत ज्यादा फिल्में उस वक्त नहीं कर रहा था। मुझे 35 मिंली और मैंने केवल 2 ही की।’
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इसके साथ ही एआर रहमान ने बताया कि इन सब चीजों ने मुझे और भी ज्यादा निडर बनाय दिया था। मौत तय है। जो भी चीज बनी है उसकी भी कहीं न कहीं कभी न कभी अंतिम तिथि तय होगी तो किसी भी चीज से क्यों डरना। लेकिन आज एआर रहमान एक शानदार संगीतकार है।
‘नोट्स ऑफ ए ड्रीम : द ऑथराइज्ड बॉयोग्राफी ऑफ ए आर रहमान’ किताब में ऑस्कर विनर रहे चुकें एआर रहमान ने अपनी जिंदगी के मुश्किल दिनों और बाकी चीजों के बारे में बताया है। एआर रहमान की जिंदगी के पन्नों पर आधारित इस किताब को कृष्ण त्रिलोक ने लिखा है। जिसका विमोचन शनिवार के दिन मुंबई में किया गया।