भारतीय बैंकों से हजारों करोड़ रुपए लेकर लंदन में बैठे शराब कारोबारी विजय माल्या के बुरे दिन अब शुरू हो गए हैं। ब्रिटिश सरकार ने विजय माल्या के प्रत्यर्पण की मंजूरी दे दी है। हालांकि, माल्या को अपील करने के लिए 14 दिन की मोहलत मिली है। वैसे इसे नरेंद्र मोदी सरकार की बड़ी कामयाबी मानी जा रही है। कैबिनेट मंत्री अरुण जेटली ने ट्वीट कर कहा है कि एक तरफ शारदा घोटाले के समर्थन में विपक्ष रैली कर रहा है, दूसरी तरफ मोदी सरकार विजय माल्या को भारत लाने में एक कदम और आगे बढ़ी है।
दरअसल बैंकों के साथ धोखादाड़ी के केस में विजय माल्या भारत छोड़कर भाग गया था। जिसके बाद उसे भारत लाने के लिए हर प्रयास किया जा रहा था। ऐसे में ब्रिटिश सरकार के इस फैसले ने भारत सरकार की मुश्किले कम कर दी है। हालांकि आपको यहां जानकारी दे दे कि बिट्रिश सरकार को मंजूरी मिलने के बाद भी माल्या को लंदन के सुप्रीम कोर्ट में अपील दाखिल करने के लिए 14 दिन का वक्त दिया गया है।
मोदी सरकार की इस बड़ी सफलता को लेकर और विपक्ष पर निशाना साधते हुए केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने अपने ट्वीट ने में लिखा,’ मोदी सरकार का माल्या को भारत लाने के रास्ते में एक और कदम क्लियर हो चुका है। वहीं, दूसरी तरफ शारदा चिटफंड घोटाले के मामले में विपक्ष रैलियां कर रहा है।
यहां देखिए केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली का ट्वीट
इसके साथ ही शिव प्रताप शुक्ला, केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने पहले ही साफ कहा था कि भारत का एक भी पैसा लेकर किसी को भी जाने नहीं दिया जाएगा। ये तो अभी शुरुआत है। एक-एक करके सभी को देश वापस लाया जाएगा। भ्रस्टाचार करने वालों की खैर नहीं है। इसके साथ सरकार के सोर्स का कहना है,’ हमने विजय माल्या के भारत के प्रत्यर्पण के आदेश पर हस्ताक्षर करने के यूके के गृह सचिव के फैसले पर ध्यान दिया है। हम मामले में यूके सरकार के फैसले का स्वागत करते हैं, इसके साथ ही प्रत्यर्पण के लिए कानूनी प्रक्रिया के जल्द पूरा होने का इंतजार करते हैं।
कौन है विजय माल्या?
शराब कारोबारी विजय माल्या का जन्म 18 दिंसबर 1955 के दिन कर्नाटक राज्य में मंगलौर के बंटवाला शहर के अंदर हुआ था। पढ़ाई की बात करें तो माल्या ने अपनी शुरु की पढ़ाई कोलकत्ता के लॉ मास्टीने स्कूल से पूरी की थी। इसके बाद उसने ग्रेजुएशन सेंट जेवियर कॉलेज से की थी। माल्या के पिता का नाम विट्ठ माल्या था जो कि काफी अरबपति थे। यहां तक की उन्हें यूनाइटेड स्पिरिट्स का चेयरमैन तक बनाया गया था। वहीं, विजय माल्या ने दो शादी की थी। माल्या की पहली पत्नी का नाम समीरा त्याबजी था औऱ दूसरी पत्नी का नाम रेखा है। माल्या को समीरा त्याबजी से एक बेटा हुआ था जिसका नाम सिद्धार्थ माल्या है। वहीं रेखा से उन्हें दो बेटियां हुई जिनका नाम लाइला माल्या और तान्या माल्या हैं।
राजनीति सफर भी तय कर चुका है माल्या
साथ ही राजनीति गलियारों में भी विजय माल्या कदम रख चुका है। माल्या को पहली बार 2002 के अंदर कर्नाटक से निर्दलीय सांसद के तौर पर चुनाव जीताकर राज्यसभा की सीढ़ियों तक पहुंचा गया था। इसके बाद 2005 किंगफिशर एयरलाइंस की स्थापन माल्या ने की। बाद में 2013 के अंदर उसे बंद कर दिया गया। अमीर लोगों के बीच विजय माल्या किंग ऑफ गुड टाइम” के नाम से फेमस है। इतना ही नहीं माल्या को वर्ल्ड इकॉनॉमिक्स फोरम द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर का ‘कल का नेता’ अवॉर्ड से भी नवाजा गया है।
कैसे किया सरकार की नाक में दम?
विजय माल्या पर इस वक्त 9 हजार करोड़ का बैंकों का कर्ज है। 18 अप्रैल 2016 के अंदर माल्या के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया था, लेकिन इससे पहले ही वो देश छोड़कर लंदन में जा बसा था। कई कोशिशों के बाद भी भारत सरकार उसे वापस नहीं ला पाई। इसके साथ ही 2018 के अंदर आर्थिक भगोड़ा करार दिया था।
माल्या का जब छलका दर्द
विजय माल्या ने कुछ वक्त पहले अपना दर्द छलका था। अपने ट्विट में माल्या ने कहा था कि ये जानकर बड़ा दुख होता है कि जब भी वह सुबह सोकर उठता है तो पता चलता है कि आज एक प्रॉपटी और उसकी सीज हो चुकी है।
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