बॉलीवुड के महान अभिनेता और बाद में नेता बने विनोद खन्ना का निधन 27 अप्रैल 2017 को कैंसर की बीमारी की वजह से हुआ। उनकी मौत की खबर से बॉलीवुड में शौक की लहर दौड़ गई। बॉलीवुड के दबंग और दिलवाले एक्टर कहे जाने वाले विनोद राजनीतिक सुर्खियों में भी बने रहे। वह भाजपा के सबसे पॉपुलर नेताओं में एक थे। जिस दिन इस 70 वर्षीय नेता का निधन हुआ, उनके साथ सबसे ज्यादा काम करने वाले बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने एक ट्वीट लिखा।
अमिताभ बच्चन ने लिखा, ’48 साल पुराने रिलेशनशिप को आग में जलते हुए देख रहा हूं।’ इसके बाद अमिताभ बच्चन ने एक कविता को उन्हें समर्पित करते हुए लिखा। अमिताभ बच्चन और विनोद खन्ना की दोस्ती बहुत ही यूनीक रही, उनके जीवन में काफी उतार चढ़ाव आए। दोनों ने अपने संघर्ष के दिनों में एक साथ लंच किया, जुहू बीच पर मिडनाइट ड्राइव पर और डिस्को भी गए। विनोद खन्ना ने अपने करियर की शुरुआत मन का मीत से हुई जिसमें उन्हें नगेटिव रोल में रखा। बाद में फिल्म मेरा गांव मेरा देश में एंटी हिरोइक रोल करने पर उन्हें अलग पहचान मिली। इल फिल्म में वह डाकू बने थे।
अमिताभ बच्चन के साथ कई फिल्मों में काम
विनोद खन्ना की कद काठी और आवाज को देखते हुए बाद में उन्होंने हेरा फेरी, मुकद्दर का सिकंदर, अमर अकबर एंथोनी और परवरिश जैसी फिल्में मिली। इन फिल्मों में विनोद खन्ना और अमिताभ बच्चन ने साथ काम किया। इस दोनों ने 1970 के दशक में सबसे ज्यादा हिट और सफल फिल्में दी। फिल्म परवरिश में दोनों ने भाई का किरदार निभाया तो वहीं फिल्म मुकद्दर का सिकंदर में अमिताभ बच्चन दोस्ती (विनोद खन्ना) के लिए अपनी मोहब्बत (राखी) का कुर्बानी दे देते हैं।
अमिताभ बच्चन के बाद नंबर दो एक्टर विनोद खन्ना
1970 के दशक में अमिताभ बच्चन ने राजेश खन्ना को रिप्लेस कर दिया और बॉक्स ऑफिस के किंग बन गए। विनोद खन्ना को नंबर दो पर माने जाने लगा। अमिताभ बच्चन के साथ-साथ विनोद खन्ना को भी ऑडियंस ने काफी प्यार दिया। इसके बाद वह राजनीति में आ गए। वह बीच-बीच में भी करते थे। आखिरी बार उन्हें शाहरुख खान के साथ फिल्म ‘दिलवाले’ में देखा गया। सके बाद वह राजनीति में आ गए।