जब संजू देख 20 मिनट तक रोते रहे संजय दत्त

संजू देख नहीं रुक रहे थे संजय दत्त के आंसू

संजू देख नहीं रुक रहे थे संजय दत्त के आंसू

संजय दत्त के जीवन पर आधारित फिल्म संजू अब रिलीज़ हो चुकी है और फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई भी कर ली है| हाल में ही संजय दत्त ने फिल्म संजू से जुड़ी बातचीत करते हुए इंडिया टुडे टेलीविजन को दिए इंटरव्यू में कई बातें बतायी|

उन्होंने बताया कि उनके लिए फिल्म देखन कैसा था, ”अपनी जर्नी को मूवी के जरिए दोबारा से देखना मेरे लिए मुश्किल था| मैंने काफी देर तक अपने इमोशन को कंट्रोल किया| जब मूवी खत्म हुई तो मैं खुद को रोक नहीं पाया| मैं बहुत रोया| मुझे यकीन नहीं हुआ कि ये मेरी बायोपिक है| मैं फिल्म खत्म होने के बाद विधु विनोद चोपड़ा और राजकुमार हिरानी के गले लगकर 20 मिनट तक खूब रोया|”

यही नहीं बहुत से लोगों का कहना था कि राजकुमार हिरानी ने उनकी छवि बदलने के लिए संजू बनाई है इन आरोपों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, “कोई किसी की छवि बदलने के लिए 30-40 करोड़ रुपए खर्च नहीं करेगा| मैंने सच्चाई बताई है, जिसे भारत ने स्वीकारा है| लोगों ने मेरी जिंदगी की गलतियों से सीखा है|”

इसके अलावा संजय दत्त ने यह भी कबूल किया कि AK-56 को अपने पास रखना बहुत बड़ी गलती थी| इस इंटरव्यू में जब संजय दत्त से पूछा गया कि राइफल को पास रखते हुए उनके मन में क्या चल रहा था और उन्हें क्यों असॉल्ट राइफल की जरूरत पड़ गयी, तो उन्होंने कहा, ‘ये गलती थी| मैं ये नहीं कह रहा कि मैंने सही काम किया था| मैं अपने किए का भुगत चुका हूं|’

मालूम हो कि, ‘मुन्नाभाई’ सीरीज के जरिये संजय दत्त के करियर की बेहतरीन फिल्में देने वाले राजकुमार हिरानी ने ‘संजू’ में उनकी जिंदगी को ही परदे पर उतार दिया है। राजकुमार हिरानी ने रणबीर कपूर को परदे पर संजय दत्त बनाया है, और उन्होंने संजू के किरदार को बखूबी निभाया भी है। बता दे कि, राजकुमार हिरानी ने ‘संजू’ में संजय दत्त की ड्रग्स से जंग और मुंबई बम विस्फोट तथा आर्म्स एक्ट में नाम आने की वजह से जो-जो झेला उसको बखूबी दिखाने की कोशिश की है। ‘संजू’ पूरी तरह से संजय दत्त के जिंदगी में लिए गए कई गलत फैसले और उनकी वजह से पैदा हुए संघर्ष पर फोकस है।

संजय दत्त के इस बयान पर आपका क्या कहना है? नीचे कमेंट्स में बताइए|

श्रेया दुबे :खबरें तो सब देते हैं, लेकिन तीखे खबरों को मजेदार अंदाज़ में आपतक पहुंचाना मुझे बहुत अच्छा लगता है। पिछले चार साल से पत्रकारिता के क्षेत्र में हूं। कुछ नया सीखने की कोशिश कर रही हूं। फिलहाल इंटरनेट को और एंटरटेनिंग बना रही हूं।