Women’s Day Special: नई पीढ़ी की महिला प्रोड्यूसर्स कर रही हैं कमाल, ख़ास कंटेंट से बना रही हैं पहचान

बॉलीवुड में  बीते कई वर्षों से बीते कई वर्षों से बदलाव देखने को मिल रहा है। फिल्मों और स्क्रिप्ट्स में पुरुषों का वर्चस्व धीरे-धीरे कम हो रहा है और निर्देशन और प्रॉडक्शन में महिलाओं का दखल बढ़ रहा है।

दीपिका पादुकोण और अनुष्का शर्मा की तस्वीर

Women’s Day Special: बॉलीवुड में  बीते कई वर्षों से बीते कई वर्षों से बदलाव देखने को मिल रहा है। फिल्मों और स्क्रिप्ट्स में पुरुषों का वर्चस्व धीरे-धीरे कम हो रहा है और निर्देशन और प्रॉडक्शन में महिलाओं का प्रभाव बढ़ रहा है। हाल के वर्षों के दौरान अच्छी स्क्रिप्ट वाली सार्थक फिल्में बनाने के मकसद से अनेकों महिलाएं प्रॉडक्शन में आ रही हैं – भारतीय सिनेमा में कंटेंट की एक नई लहर देखने को मिल रही है। महिलाएं तटस्थ दृष्टिकोण से नरेटिव और कहानियों को पेश करने के तरीकों को बदल रही हैं। कमर्शियल सिनेमा से लेकर समानांतर सिनेमा तक ये महिलाएं हर तरह की फिल्मों का निर्माण कर रही हैं। पेश हैं कुछ ऐसी महिलाएं, जो निर्माता के रूप में अपनी छाप छोड़ रही हैं।

1. दीपिका पादुकोण

दीपिका ने 2020 में अपने बैनर केए एंटरटेनमेंट के तहत रिलीज हुई फिल्म छपाक के साथ निर्माता के तौर पर डेब्यू किया। एक एसिड अटैक सर्वाइवर के वास्तविक जीवन पर आधारित इस फिल्म ने इंडस्ट्री के लोगों, दर्शकों और आलोचकों के बीच काफी हलचल पैदा की। निर्माता के तौर पर दीपिका का विजन ऐसी फिल्मों का निर्माण करना है, जिन्हें प्लेटफार्म की जरूरत है और उनको पेश करना जरूरी है। छपाक में उन्होंने मालती का मुख्य किरदार निभाया था, जो संभवतः बॉलीवुड में उनके करियर की सबसे कठिन भूमिकाओं में से एक थी।

2. दीपशिखा देशमुख

दीपशिखा कई महिलाओं के लिए सच्ची प्रेरणा रही हैं। एक माँ और उद्यमी होने के साथ ही अब वे अपने पिता के प्रोडक्शन हाउस पूजा एंटरटेनमेंट को आगे बढ़ाते हुए निर्माता की भूमिका में आ गई हैं। वाशु भगनानी की बेटी और जैकी भगनानी की बहन होने के नाते, प्रॉडक्शन दीपशिखा के खून में है। और पहले या बाद में उनके अंदर के प्रॉड्यूसर को बाहर आना ही था। हाल ही में सैफ अली खान स्टारर फिल्म ‘जवानी जानेमन’ की सफलता के बाद आने वाले समय में उनके पास कुली नंबर-1 (वरुण धवन व सारा अली खान) और बेल बॉटम (अक्षय कुमार) जैसी अपकमिंग फिल्मों की शानदार फेहरिस्त है।

3. अनुष्का शर्मा

अनुष्का शर्मा ने 2014 में अपने भाई के साथ मिलकर अपने प्रोडक्शन हाउस क्लीन स्लेट फिल्म्स की सह-स्थापना की थी और तब से उन्हें कोई रोक नहीं सका है। अपने बैनर तले पहले ही तीन कमाल की फिल्मों (एनएच10, फिल्लौरी और परी) की रिलीज के साथ उन्होंने इंडस्ट्री को दिखा दिया है कि महिलाएं कैसे सशक्त कहानियों पर काम करें। क्लीन स्लेट फिल्म्स, जैसा कि नाम से ही जाहिर है कि प्रोडक्शन अपनी हर फिल्म के साथ नई कहानियों को पेश करने के लिए नए कहानीकारों के साथ मिलकर काम करने की दिशा में काम करता है।

4. दीया मिर्ज़ा

दीया ने अपने जीवन के हर क्षेत्र में निभाई विभिन्न भूमिकाओं में अपने टैलेंट और वर्सेटैलिटी को प्रदर्शित किया है, चाहे वह एक कलाकार के रूप में हो, निर्माता के रूप में या फिर समाजसेवी के रूप में। अपने नए प्रोडक्शन हाउस वन इंडिया स्टोरीज एलएलपी के संस्थापक के रूप में, दीया का उद्देश्य विभिन्न प्लेटफार्मों और माध्यमों में सार्थक कंटेंट साझा करना(उपलब्ध कराना) है। दीया अपनी प्रयोगधर्मिता के लिए जानी जाती हैं। फिलहाल वे अच्छी स्टोरीज के लिए कई पटकथा लेखकों और फिल्म निर्माताओं के साथ बातचीत कर रही हैं।

5. रीमा कागती

रीमा कागती का निर्देशन करियर सभी के लिए प्रेरणादायक रहा है। और जब उन्होंने अपने प्रोडक्शन हाउस टाइगर बेबी फिल्म्स को शुरू करने के लिए ज़ोया अख्तर के साथ हाथ मिलाया, तो हर कोई बेस्ट की ही उम्मीद कर सकता था, और जो उन्होंने दिया भी है! चाहे शादी के बिजनेस की सच्चाई को उजागर करती उनकी वेब सीरीज़ ‘मेड इन हेवन हो’ या ऑस्कर के लिए भारत की तरफ से एंट्री ‘गली बॉय’, बॉलीवुड के कुछ सबसे आइकॉनिक किरदारों के पीछे रीमा का ही दिमाग रहा है।

lakhantiwari :मेरा नाम लखन तिवारी है और मैं एंटरटेनमेंट जर्नलिस्ट के रूप में पिछले 6 वर्षों से काम कर रहा हूं. एंटरटेनमेंट की खबरों से खास लगाव है. बॉलीवुड की खबरें पढ़ना और लिखना दोनों ही पसंद है.